UPPCL: पावर कॉरपोरेशन के आदेश के खिलाफ बिजली कर्मियों ने उठाई आवाज, बोले- बढ़ जाएंगे हादसे
यूपी में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पावर कॉरपोरेशन ने निर्देश जारी किए हैं कि लंबे समय से एक ही उपकेन्द्र पर तैनात संविदाकर्मियों और टीजी-2 कर्मचारियों का ट्रांसफर किया जाएगा। आदेश मिलने के बाद सभी जिलों में कर्मियों के ट्रांसफर करने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हालांकि कर्मी इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे हादसे बढ़ जाएंगे।
जागरण संवाददाता, शामली। उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को बेहतर करने के दावों के साथ पावर कॉरपोरेशन लंबे समय से एक ही उपकेन्द्र पर तैनात संविदाकर्मियों और टीजी-2 कर्मचारियों का ट्रांसफर आदेश दिए है। जिले में 1200 से अधिक विद्युत संविदाकर्मी है।
पावर कॉरपोरेशन चेयरमैन के आदेश सभी बिजली कंपनियों को मिल चुके हैं। जिसके बाद बिजली निगमों ने लंबे समय से एक ही उपकेन्द्र पर तैनात संविदाकर्मियों और टीजी-2 कर्मियों को ट्रांसफर करने की तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन जिले के संविदाकर्मियों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है।
तबादलों पर रोक की मांग
यहां संगठन के जिलाध्यक्ष रविन्द्र व कासिफ आदि ने एमडी व उच्चाधिकारियों से मांग की है कि तबादलों को रोक दिया जाए, क्योंकि हादसे बहुत हो रहे है। तबादले होने से हादसे और बढ़ जाएंगे।वहीं, दूरी होने से कम वेतन में जीवन यापन के साथ सड़क दुर्घटना होने से जीवन खतरे में पड़ जायेगा। जिलाध्यक्ष ने बताया कि संविदाकर्मी एक ही उपकेन्द्र पर तीन साल से अधिक समय से तैनात हैं, उसे हटाने व इसी तरह एक उपकेन्द्र पर 5 साल से अधिक समय से तैनात टीजी-2 कर्मियों को हटाने के आदेश दिए है।
साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि कोई भी संविदा कर्मी उस उपकेन्द्र में नहीं तैनात होगा कि जिस उपकेंद्र के दायरे में उसका घर होगा। इससे संविदाकर्मियों को काफी नुकसान होगा और मजबूरी में नोकरी छोड़नी भी पड़ सकती है।
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