UP News: किसानों का बिजलीघर पर धरना, अधिकारियों को बीच में ही बैठा लिया; स्मार्ट मीटर का भी किया विरोध
चौसाना (शामली) में किसानों ने बिजली उपकेंद्र पर धरना दिया और अधिकारियों को बीच में बैठा लिया। किसानों ने स्मार्ट मीटर लगाए जाने का विरोध किया और कई मांगें रखीं। कहा कि पहले सभी किसानों को विश्वास में लिया जाए। कहा कि अधिकारी टीम के साथ चेकिंग के लिए आते हैं और एकदम से घर में घुस जाते हैं ।
संवाद सूत्र, चौसाना (शामली)। विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने बिजली उपकेंद्र चौसाना पर धरना दिया और अधिकारियों को बीच में बैठा लिया। धरने पर मौजूद किसानों ने समस्याओं और मांगों को लेकर हुंकार भरी। जेई को अपने बीच में बैठाने की सूचना पर एसडीओ पहुंचे और किसानों से वार्ता कर समस्याओं के समाधान का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया।
धरने के दौरान किसानों ने स्मार्ट मीटर लगाए जाने का विरोध किया। कहा कि पहले सभी किसानों को विश्वास में लिया जाए। कहा कि अधिकारी टीम के साथ चेकिंग के लिए आते हैं, और एकदम से घर में घुस जाते हैं। कई बार वह घर पर नहीं होते हैं। ऐसे में उनके प्रवेश पर रोक लगाई जाए। साथ ही 2023 के बाद किसानों के जमा बिलों को वापस करने की मांग की।
इसके अलावा चौसाना फीडर पर जो बिजली लाइन है, उसे नए तारों से बदलवाया जाए। पुराने और जर्जर तारों के कारण क्षेत्र में बार-बार बिजली कटौती और दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। उसका भी समाधान किया जाए। इस दौरान योगेंद्र गुलजार, पालेराम, ओमप्रकाश, कमल सिंह, जयपाल, तेजपाल राहमेर, ईश्वर कंवरपाल, मामू साहब सिंह, इकराम चौसाना सहित अन्य किसान उपस्थित रहे।
महीने में दो बार सुनी जाएंगी समस्याएं
किसानों के अनुरोध पर एसडीओ अनिल कुमार ने कहा कि महीने में दो बार उच्चाधिकारी चौसाना उपकेंद्र पर रहेंगे और विभाग की समस्याओं का निवाकरण करेंगे। इसके लिए शामली नहीं जाना होगा। वहीं, बिजलीघर पर किसानों ने विभाग के अधिकारियों को बंधक बनाकर अपने बीच बैठाए रखा, लेकिन पुलिस को धरने की कोई जानकारी नहीं लगी। धरना सुबह 11 बजे से सवा तीन बजे तक चलता रहा। चौकी प्रभारी सचिन त्यागी को काल किया तो उन्होंने धरने की जानकारी से इनकार कर दिया।
किसान संगठन ने किया धरने से किनारा
भाकियू से जुड़े पदाधिकारियों ने किसानों के धरने से दूरी बनाए रखी। धरनास्थल पर संगठन के नाम पर किसी प्रकार का कोई बैनर अथवा पहचान नहीं उजागर की गई। किसानों ने धरने की अनुमति होने से भी इनकार किया। भाकियू के ब्लाक अध्यक्ष अरविंद कुमार का कहना है कि उनको धरने की जानकारी नहीं है। हमारे यहां सदस्य से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक को धरने के संबंध में जानकारी होती है। यह किसानों के नाम पर राजनैतिक धरना था।इनका कहना है...
धरने की सूचना पर उपकेंद्र पर पहुंचे थे। किसानों को धरना समाप्त करने का आश्वासन दिया गया है। किसानों की मांगों का ज्ञापन उच्चाधिकारियों को भेजा जा रहा है। - अनिल कुमार, एसडीओ विद्युत विभाग
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