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ISI Agent कलीम की गली से Ground Report, मकानों पर ताले, कार्रवाई से बचने को लोगों ने लिखा ‘मकान बिकाऊ है’

ISI Agent मस्जिद वाली गली और बर्फखाने वाली मुख्य गली में सन्नाटा पसरा हुआ है। कई घर ऐसे हैं जिनमें केवल महिलाएं हैं। मोहल्ला निवासी कुछ लोगों से बातचीत करने का प्रयास किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। कोई भी कलीम और तहसीम के संबंध में कुछ नहीं बता रहा है। कई आरोपित अभी भी फरार हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 19 Aug 2023 08:12 AM (IST)
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Shamli News: कलीम को आइएसआइ एजेंट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
शामली, जागरण संवाददाता। जिस गली से आइएसआइ एजेंट कलीम पकड़ा गया है, वहां लोगों में दहशत है। 10 घरों पर ताले हैं, और कई लोग कार्रवाई से बचने के लिए घर छोड़कर चले गए हैं। पिछले दिनों नकली नोटों के साथ पकड़े गए आरोपित के मकान के गेट पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिख दिया गया है। पूरे दिन गली में सन्नाटा पसरा रहा।

बागपत के छपरौली से कुछ परिवार आए थे शामली

साल 2000 में बागपत जिले के छपरौली से कुछ परिवार शामली आए थे, और नोकुआं रोड स्थित बर्फ खाने वाली गली में रहने लगे थे। इसके बाद परिवार बड़ा हुआ और कुछ लोगों ने कैराना और कांधला में भी मकान बना लिए। बर्फखाने वाली गली में ज्यादातर मकान एक ही कुनबे और उनके रिश्तेदारों के हैं। ज्यादातर लोग सब्जी, फलों की रेहड़ी लगाते हैं। 2003 के आसपास बर्फ खाने वाली गली निवासी महबूब (इमरान का पिता, जो तीन अगस्त को नकली नोटों के मामले में पकड़ा गया था) को पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों के चलते गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह जमानत पर बाहर आया और पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना से संपर्क बना लिया।

काफी बार पाकिस्तान गया

कलीम कई मर्तबा रिश्तेदारों से मिलने के बहाने पाकिस्तान गया और इकबाल काना समेत कई लोगों के सहारे नकली नोटों का काम शुरू किया। उसने अपने लड़कों को भी इस काम में लगा लिया था। साल 2008 में कोतवाली पुलिस ने महबूब के बेटे इमरान को नकली नोट प्रकरण में जेल भेजा था। उस दौरान इमरान पर एनएसए के तहत भी कार्रवाई की गई थी। तब से ही लगातार बर्फखाने वाली गलियों में किसी न किसी राज्य की पुलिस छापेमारी करती रहती है। पिछले दिनों आइएसआइ के लिए कार्य करने वाले तहसीम पुत्र नफीस की गिरफ्तारी को पंजाब पुलिस ने भी दबिश दी थी। बुधवार को एसटीएफ मेरठ ने भी तहसीम उर्फ मोटा को गिरफ्तारी को दबिश दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका।

एसटीएफ ने घरों को खंगाला था

बुधवार को एसटीएफ ने करीब 20 घरों की छतों पर खंगाला था। इसके बाद से तहसीम से संपर्क रखने वाले लोगों में पुलिस की कार्रवाई का खौफ है। गुरुवार को आइएसआइ के एजेंट कलीम की गिरफ्तारी के बाद कई कार्रवाई के डर से और कई लोग बदनामी के डर से मकानों पर ताले लगाकर कहीं चले गए है। दोनों गली में करीब दस से 12 मकानों पर ताले लगे हुए है। 

कार्रवाई से बचने का तरीका तो नहीं

नकली नोटों की तस्करी के आरोप में फरार चल रहे लोगों ने अपने मकानों पर ‘बिकाऊ है’ लिख दिया है। वहीं तहसीम के मकान के सामने खाली पड़े प्लाट पर भी ‘बिकाऊ है’ लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि यह सब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई से बचने का ही तरीका है। 

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