लखनऊ की जेल में शिफ्ट किया गया ISI एजेंट कलीम, PAK की जेल में 13 महीने रहने के बाद लौटा था भारत
जुलाई 2022 में कलीम पाकिस्तान में रिश्तेदारी में गया था। लौटते समय पाकिस्तान कस्टम विभाग ने पिस्टल के साथ उनको गिरफ्तार कर लिया था। आरोप साबित नहीं होने पर 10 अगस्त को तीनों को रिहा कर दिया गया था। 12 अगस्त को वह घर लौट आए थे। इसके बाद एसटीएफ मेरठ ने कलीम को हिरासत में लिया था जो पाकिस्तान का आइएसआइ एजेंट निकला।
जागरण संवाददाता, शामली । पाकिस्तान की जेल से माता-पिता के साथ रिहा होकर आए ISI एजेंट कलीम को मुजफ्फरनगर जेल से लखनऊ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। 10 दिन पहले ही आइएसआइ एजेंट से उसके छोटे भाई ने लखनऊ की जेल में पहुंचकर मुलाकात की।
सूत्रों की मानें तो जल्द ही उससे सुरक्षा एजेंसी पूछताछ कर सकती हैं। वहीं एनआइए उसके भाई तहसीम उर्फ मोटा की जांच कर रही है।जुलाई 2022 में कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नोकुआं रोड निवासी नफीस, पत्नी अमीना और पुत्र कलीम पाकिस्तान में रिश्तेदारी में गए थे। लौटते समय पाकिस्तान कस्टम विभाग ने पिस्टल के साथ उनको गिरफ्तार कर लिया था। आरोप साबित नहीं होने पर 10 अगस्त को तीनों को रिहा कर दिया गया था। 12 अगस्त को वह घर लौट आए थे।
इसके बाद एसटीएफ मेरठ ने कलीम को हिरासत में लिया था, जो पाकिस्तान का आइएसआइ एजेंट निकला। पूछताछ और मोबाइल फोन में वाट्सएप चैट भी मिली थी। पुलिस ने इस मामले में कलीम, तहसीम उर्फ मोटा और सहारनपुर निवासी यूसुफ समसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।कोतवाली पुलिस ने कलीम को कोर्ट में पेश कर मुजफ्फरगनर जेल में शिफ्ट कर दिया था। सुरक्षा के मद्देनजर दिसंबर में उसे मुजफ्फरनगर जेल से लखनऊ की जेल में शिफ्ट कर दिया गया। कलीम के छोटे भाई अजीम ने बताया कि कलीम अब लखनऊ की जेल में बंद है।
10 दिन पहले ही वह मिलाई पर गया था। वहीं, दूसरी ओर लखनऊ जेल में कलीम से सुरक्षा एजेंसी भी पूछताछ कर सकती हैं। चूंकि एनआइए दिल्ली नशा तस्करी के एक मामले में जांच कर रही है, जिसमें कलीम के बड़े भाई और आइएसआइ एजेंट तहसीम उर्फ मोटा का नाम भी शामिल है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।