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Jaggery: शामली के गुड़ को मिल चुका है जीआइ टैग, व्यापारियों का पंजीकरण शून्य; इससे निर्यात को भी मिलेगा बढ़ावा

पिछले माह जिले के गुड़ को जीआई टैग मिला था। इसके बाद उपायुक्त उद्योग ने इसके लिए व्यापारियों को पंजीयन कराने के लिए अपील की थी लेकिन जिले के गुड व्यापारियों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है। उपायुक्त उद्योग जैस्मिन ने जानकारी दी कि जीआई टैग के साथ विश्व बाजार में गुड़ की दस्तक हो जाएगी और जिले की एक विशेष पहचान बनेगी।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 25 Jul 2024 07:22 AM (IST)
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जीआई टैग के साथ विश्व बाजार में गुड़ की दस्तक हो जाएगी

जागरण संवाददाता, शामली। जिले के किसानों और गुड़ उत्पादकों की आय में वृद्धि और कामगारों को रोजगार दिलाने के लिए शामली को नाबार्ड के सहयोग से जीआइ टैग मिल चुका है। इससे स्थानीय गुड़ की घरेलू बाजार के साथ ही विश्व बाजार में भी कीमतों में बढ़ोतरी होनी की उम्मीद है। इससे विश्व पटल पर शामली को पहचान मिलेगी, लेकिन अब तक जिले के किसी व्यापारी ने जीआइ टैग पंजीकरण के लिए आवेदन नहीं किया है। उपायुक्त उद्योग ने इसके लिए व्यापारियों को आवेदन करने के लिए जागरूक किया है।

पिछले माह जिले के गुड़ को जीआई टैग मिला था। इसके बाद उपायुक्त उद्योग ने इसके लिए व्यापारियों को पंजीयन कराने के लिए अपील की थी, लेकिन जिले के गुड व्यापारियों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है।

उपायुक्त उद्योग जैस्मिन ने व्यापारियों को जागरूक करते हुए पंजीयन कराने की अपील की हैं। उन्होंने जानकारी दी कि जीआई टैग के साथ विश्व बाजार में गुड़ की दस्तक हो जाएगी और जिले की एक विशेष पहचान बनेगी। उन्होंने बताया कि नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) के सहयोग से उत्तर प्रदेश के 20 उत्पादों का जीआई आवेदन किया गया था, जिसमें लंबी प्रक्रिया के बाद जून माह में ही जनपद शामली का गुड़ उत्पाद को जीआइ टैग मिल चुका हैं।

जीआइ टैग के बारे में उन्होंने बताया कि यह एक प्रकार की मुहर है। टैग के प्राप्त होने से प्रोडक्ट को विशेष महत्व मिल जाता है। इसके साथ ही उस क्षेत्र को सामूहिक रूप से इसके उत्पादन का एकाधिकार प्राप्त हो जाता है, लेकिन इसके लिए शर्त हैं कि उस वस्तु का उत्पादन उसी क्षेत्र में होना चाहिए, जहां के लिए टैग किया जाना है।

इससे निर्यात और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा मिलने के साथ ही किसानों, कामगारों, उत्पादकों को भी संरक्षण प्राप्त होगा। इससे गन्ना किसान और कृषि दोनों का विकास संभव है।

उत्पादक व व्यापारी कराएं पंजीयन, मिलेगा लाभ

उपायुक्त जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास जैस्मिन ने व्यापारियों से अपील की है कि जनपद के गुड़ उत्पादक, गुड़ व्यापारी अपने गुड़ के उत्पादन एवं वैक्यूम पैकेजिंग के लिए जीआइ टैग के लिए पंजीयन कर सकते हैं। गुड़ के उत्पादन एवं वैक्यूम पैकेजिंग के लिए जीआइ टैग के लिए पंजीयन शीघ्र करने का कष्ट करें। इसके लिए किसी भी कार्य दिवस में जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र, औद्यौगिक आस्थान खेडीकरमू शामली में संपर्क किया जा सकता हैं।