दोपहर में लगे जाम ने थामी शहर की रफ्तार
मंगलवार को गन्ने की आवक भी कम थी लेकिन दोपहर में शहर जाम के झाम में फंस गया। करीब दो घंटे तक वाहन रेंगते रहे और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 25 Feb 2020 10:52 PM (IST)
शामली, जेएनएन। मंगलवार को गन्ने की आवक भी कम थी, लेकिन दोपहर में शहर जाम के झाम में फंस गया। करीब दो घंटे तक वाहन रेंगते रहे और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर में शायद ही ऐसा कोई दिन होता है, जब जाम की समस्या न हो। हालांकि बारिश के बाद गन्ने के वाहनों के कारण लगने वाले जाम से निजात मिली, क्योंकि गन्ने की आवक अधिक नहीं है। मंगलवार दोपहर में स्कूलों की छुट्टी हुई और सड़कों पर पहले से ही वाहनों का दबाव कुछ अधिक था। साथ ही शिवगंज मंडी से भारी वाहन निकल रहे थे। रही-सही कसर ई-रिक्शाओं ने पूरी कर दी। दरअसल, शहर में बेहिसाब ई-रिक्शा हैं और इनके रूट तक निर्धारित नहीं हैं। इन सभी कारणों के चलते शहर में जाम के झाम में फंस गया। वैसे भी अतिक्रमण के चलते सड़कें संकरी हो गई हैं। धीमानपुरा, सुभाष चौक, भिक्की मोड, वर्मा मार्केट के साथ ही फव्वारा चौक और विजय चौक पर भी वाहनों की कतार लगी नजर आई। वाहन रेंगते रहे और यातायात पुलिस कर्मी भी बेबस से दिखे। भारी वाहनों को निकालने का प्रयास ही किया जाता रहा। जाम में फंसे स्कूली बच्चे काफी परेशान रहे। लोग अग्रसैन पार्क से हनुमान धाम की ओर से बुढ़ाना रोड जाने लगे तो हनुमान धाम तिराहे पर भी जाम की स्थिति बन गई। शहर में दोपहर एक से तीन बजे तक यही स्थिति बनी रही। सड़कों पर वाहनों का दबाव कम हुआ तो यातायात व्यवस्था सामान्य हुई। वहीं, यातायात पुलिस प्रभारी भंवर ने बताया कि वह ड्यूटी पर आगरा आए हुए हैं। दोपहर में 12 से एक बजे तक शिवगंज मंडी से बड़े वाहनों के निकलने का वक्त है। इसके बाद अगर वाहन निकलते हैं तो पुलिस कार्रवाई करती है।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।