शामली में तेंदुए ने पांच साल की बच्ची को मार डाला; घर के सामने खेल रही थी तभी किया हमला, खेत में मिला लहूलुहान शव
Shamli News जिले में एक हफ्ते से मच रहे तेंदुए के शोर के बीच रविवार रात बड़ी घटना हो गई। खादर क्षेत्र में घर के बाहर खड़ी 5 साल की बच्ची को तेंदुआ उठा कर ले गया। चीख पुकार पर ग्रामीण लाठी डंडे लेकर खेतों की ओर दौड़ पड़े। हालांकि तब तक तेंदुए ने बच्ची को मार डाला था। ग्रामीण बच्ची के शव को उठाकर ले आए।
जागरण संवाददाता शामली। खादर क्षेत्र में घर के बाहर खड़ी पांच साल की बच्ची को तेंदुआ उठाकर ले गया। चीख पुकार पर ग्रामीण लाठी डंडे लेकर खेतों की ओर दौड़े लेकिन तब तक तेंदुआ बच्ची का मार चुका था। ग्रामीण बच्ची के शव को उठाकर ले आए। लोगों का आरोप है कि सूचना के घंटों बाद भी वन विभाग की टीम नहीं पहुंची। लोगों में दहशत है।
कैराना के गांव मंडावर निवासी लियाकत की बेटी जुल्फना की शादी मुजफ्फरनगर के गांव तिसंग निवासी फारुख से हुई थी। करीब 10 दिन पहले जुल्फना अपनी पांच साल की बेटी अंसा के साथ आई थी। लियाकत का घर गांव से बाहर की ओर है। आसपास खेत हैं। रविवार रात करीब 9:30 बजे अंसा घर के बाहर खड़ी थी। तभी खेतों के बीच से निकलकर तेंदुआ आया और बच्ची को खींचकर ले जाने लगा।
खेत में मिली बच्ची की लाश
बच्ची के शोर मचाने पर स्वजन और आसपास के लोग लाठी डंडे लेकर तेंदुए के पीछे दौड़ पड़े। तेंदुआ बच्ची को लेकर खेत में घुस गया। काफी देर तलाश करने के बाद बच्ची खेत के अंदर खून से लथपथ हालत में मिली। उसकी मौत हो चुकी थी। तेंदुए ने बच्ची के सिर के पीछे का कुछ हिस्सा खा लिया था। चेहरा भी लहूलुहान था।ग्रामीणों का आरोप है की घटना के कुछ देर बाद ही वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दे दी गई लेकिन घंटों बाद भी कोई नहीं पहुंचा। इतनी बड़ी घटना के बाद भी ऊन रेंजर कृष्ण कुमार ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि उनके पास कैराना रेंजर का भी प्रभार है। ग्रामीणों ने तेंदुआ देखने का दावा किया है। मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
ये भी पढ़ेंः UP Politics: जानिए कौन हैं बीएल वर्मा जो यूपी की ये हॉट सीट गंवाने के बाद भी मोदी सरकार में लगातार दूसरी बार मंत्री बने
तेंदुआ बच्ची को उठाकर ले गया और मार दिया लेकिन डीएफओ और रेंजर मौके पर नहीं पहुंचे। दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। - विनय कुमार तिवारी, सीडीओ
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।