चार सिपाहियों के जिम्मे ट्रेन की सुरक्षा..हो चुकीं कई बड़ी वारदात
जागरण संवाददाता, शामली : ट्रेनों में रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं। उनकी सुरक्षा सिफ
जागरण संवाददाता, शामली : ट्रेनों में रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं। उनकी सुरक्षा सिर्फ चार सिपाहियों के भरोसे है। एक ट्रेन में दो सिपाही रेलवे पुलिस व दो जीआरपी के तैनात होते हैं। तीन दिन पहले शिक्षक से ट्रेन में लूट हुई और चार दिन पहले एक वृद्ध को जहरखुरानी गिरोह ने अपना शिकार बनाया। इससे पहले तमाम घटनाएं हो चुकी है, लेकिन जिम्मेदारों ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध नहीं किए हैं। रात में तो यात्रा करना इस मार्ग पर खतरे से खाली नहीं रह गया है। बावजूद इसके विभागीय अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए है।
देश की राजधानी से सहारनपुर रेलमार्ग पर जनपद शामली सौ किलोमीटर है। इस रेलमार्ग पर शामली से सहारनपुर व दिल्ली जाने के लिए देर रात से ही ट्रेन शुरू हो जाते है। इस मार्ग पर शामली होकर गुजरने वाली लगभग दो दर्जन ट्रेन पैसेंजर व तीन एक्सप्रेस ट्रेन है। यदि देखा जाए तो एक ट्रेन में प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा यात्री अपनी मंजिल के लिए यात्रा करते है। दिन में तो उनमें सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं रहता है। वैसे, इन ट्रेनों में मोबाइल छीनने व छात्राओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटना होती रहती है। लेकिन बड़ी आपराधिक घटना नहीं हुई। वैसे लगभग दो साल पहले दिल्ली से आते समय एक मुस्लिम युवक की दाढ़ी नोचने जैसी गंभीर घटना हुई थी। इससे भी रेलवे अधिकारियों ने सबक नहीं लिया। दिन के विपरित रात में यात्रा करने की बात करें तो यह रेलमार्ग खतरे से खाली नही, बल्कि जान के लिए जोखिम भरा भी है। इस मार्ग पर रात में एक नहीं, पिछले समय में कई बड़ी घटनाएं हो चुकी है।
यह है सुरक्षा व्यवस्था
इस रेलमार्ग पर सहारनपुर से दिल्ली व शामली से दिल्ली जाने व आने के लिए लगभग दो दर्जन पैसेंजर व तीन एक्सप्रेस ट्रेन है। बताते है कि साप्ताहिक आने वाले बीकानेर व अजमेर एक्सप्रेस में बागपत के बड़ौत जीआरपी थाने का स्टाफ तथा प्रतिदिन सुबह व शाम को आने वाले जनता एक्सप्रेस में सहारनपुर पुलिस का स्टाफ तैनात रहता है। इसके अलावा पैसेंजर प्रत्येक ट्रेन में जीआरपी व रेलवे सुरक्षा बल के दो-दो जवान सुरक्षा के लिए चलते है। कुछ ट्रेन ऐसी भी है जिनमे चलने वाला पुलिस स्टाफ अपने जनपद की सीमा पार थाने तक ट्रेनों में स्कवाड करता है। पूर्व में ये हो चुकी मुख्य घटनाएं
- देहरादून निवासी एक डाक्टर की लूटपाट के बाद हत्या।
- उडीसा निवासी एक महिला को लूटपाट कर चलती ट्रेन से फेंका।
- दिल्ली सचिवालय में तैनात रहे एक कर्मचारी व परिवार से लूटपाट।
- कांलधा के पास मुस्लिम समुदाय के लोगों की दाढ़ी नोंची।
- रिटायर्ड फौजी का रिवाल्वर लूटा। इन्होंने कहा-
ट्रेनों में सुरक्षा के पुख्ता इतंजाम है। थाना रेलवे पुलिस को भी सतर्क रहने के आदेश दिए हुए है।
- योगेंद्र ¨सह, सीओ रेलवे।
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सभी ट्रेनों में थानों से पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। दिन हो या रात, पुलिसकर्मी ट्रेन में मौजूद रहते हैं। सभी डिब्बों में घूमते रहते हैं।
- अशोक दीक्षित, सीओ जीआरपी।