Shamli: वाइफाइ से फोन कनेक्ट कर पाकिस्तान में बात करता था ISI एजेंट कलीम, ATS के हाथ लगी कई अहम जानकारियां
Shamli News आइएसआइ एजेंट कलीम रोजाना रात में पाकिस्तान में बैठे दिलशाद मिर्जा से बात करता था। इस दौरान वह अपने मोबाइल फोन को एरोप्लेन मोड पर कर देता था। साथ ही आसपास लगे वाइफाइ की मदद से इंटरनेट के इस्तेमाल से बातचीत करता था। एसटीएफ मेरठ ने कलीम के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिनमें एक कलीम और दूसरा उसके भाई तहसीम का बताया गया है।
आकाश शर्मा, शामली : आइएसआइ एजेंट कलीम रोजाना रात में पाकिस्तान में बैठे दिलशाद मिर्जा से बात करता था। इस दौरान वह अपने मोबाइल फोन को एरोप्लेन मोड पर कर देता था। साथ ही आसपास लगे वाइफाइ की मदद से इंटरनेट के इस्तेमाल से बातचीत करता था।
एसटीएफ मेरठ ने कलीम के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिनमें एक कलीम और दूसरा उसके भाई तहसीम का बताया गया है। 16 अगस्त को एसटीएफ ने कलीम को गिरफ्तार किया था। आरोपित के कब्जे से पुलिस ने दो मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया था। दोनों मोबाइल फोन की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद दोनों मोबाइल फोन फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे।
बातचीत के दौरान एरोप्लेन मोड पर रखता था फोन
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कलीम पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ के ऑपरेटिव और आइएसआइ के अन्य लोगों से बातचीत के दौरान मोबाइल फोन को एरोप्लेन मोड पर लगा देता था, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।
पाकिस्तान में बिजनेस वाट्सएप से बातचीत करने के लिए वह आसपास में लगे वाइफाइ का पासवर्ड किसी तरह हासिल कर लेता था। सूत्रों के अनुसार, कई बार उसने मोबाइल फोन में इंटरनेट चलाने के लिए अन्य लोगों के मोबाइल फोन के हाटस्पॉट से भी इंटरनेट का इस्तेमाल किया।
कलीम और तहसीम जिन लड़कों को आइएसआइ के लिए तैयार करते थे। उनका ब्रेनवाश पाकिस्तान में बैठे दिलशाद उर्फ मिर्जा के निर्देश पर ही किया जाता था।