अटल टिकरिग लैब से सीख छात्र ने तैयार की दो एंड्राइड एप्लीकेशन
अटल टिकरिग लैब में अभ्यास करके स्काटिश के 12 वीं कक्षा के छात्र धैर्य ने दो एंड्राइड एप्लीकेशन तैयार की है। शिक्षक हिमांशु सैनी ने बताया कि छात्र पिछले एक साल से लैब में अभ्यास कर रहा था। इसकी रिपोर्ट नीति आयोग को भी भेजी गई है। छात्र और शिक्षक ने इसका श्रेय प्रधानाचार्य आशु त्यागी को दिया है।
By JagranEdited By: Updated: Fri, 30 Apr 2021 10:09 PM (IST)
शामली, जागरण टीम। अटल टिकरिग लैब में अभ्यास करके स्काटिश के 12 वीं कक्षा के छात्र धैर्य ने दो एंड्राइड एप्लीकेशन तैयार की है। शिक्षक हिमांशु सैनी ने बताया कि छात्र पिछले एक साल से लैब में अभ्यास कर रहा था। इसकी रिपोर्ट नीति आयोग को भी भेजी गई है। छात्र और शिक्षक ने इसका श्रेय प्रधानाचार्य आशु त्यागी को दिया है।
कोरोना संक्रमण के चलते स्काटिश स्कूल में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रम भी कराएं जा रहे हैं। शुक्रवार को सीबीएसई की नोडल अधिकारी और स्काटिश स्कूल की प्रधानाचार्य आशु त्यागी ने बताया कि कैराना निवासी धैर्य मित्तल स्काटिश इंटरनेशनल स्कूल में 12 वीं कक्षा का विज्ञान वर्ग का छात्र है। धैर्य कोरोना काल में स्कूल की अटल टिकरिग लैब माध्यम से रोबोटिक्स तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आनलाइन क्लास ले रहा है। इस लैब के माध्यम से धैर्य ने दो एंड्राइड एप्लीकेशन तैयार की है। जिन्हें उसने बायो मैकेनिक सेंसर तथा एआई फिटनेस हेल्पर नाम दिया है। बायोमैकेनिक्स एप्लीकेशन मोबाइल कैमरा से इनपुट लेकर शरीर की उष्णता को नापते हुए 2ष्ठ में बदलकर पर्दे पर दर्शाती है। उनके अनुसार इस एप्लीकेशन का प्रयोग हम देश की सीमा पर सिक्योरिटी कैमरा के रूप में कर सकते हैं, जो सैन्य बलों को सीमा पर होने वाली गतिविधियों के बारे में सूचित करेगी। यही नहीं इस एप के माध्यम से हम वीडियो गेम के किरदारों को मनुष्य शरीर से कनेक्ट कर सकते हैं। तथा दूसरी एप्लीकेशन जिसका नाम है। एआई फिटनेस हेल्पर यह एप्लीकेशन वाइस रिकाग्निशन का प्रयोग कर यूजर के साथ बात करके योगा और मेडिटेशन का अभ्यास कराती है जोकि इस कोरोना काल में हमारे लिए बहुत जरूरी है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से आप बाडी मास इंडेक्स भी निकाल सकते हैं। प्रधानाचार्य आशु त्यागी ने बताया कि अटल टिकरिग लैब के माध्यम से बच्चे प्रतिदिन कुछ नया इन्वेंशन कर रहे हैं। यही छात्र आगे जाकर सशक्त भारत के भविष्य का निर्माण करेंगे। लैब प्रभारी हिमांशु सैनी तथा छात्र धैर्य मित्तल ने इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानाचार्य आशु त्यागी के कुशल नेतृत्व को दिया है।
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