Shamli Topper Story: शतरंज के खिलाड़ी ने मारी हाईस्कूल में बाजी, पढ़ाई के साथ पशुओं की सेवा करना रोजाना का काम
UP Board Result 2023 हाईस्कूल की परीक्षा में जिला टापर बन कार्तिक ने मारी बाजी। पढ़ाई के साथ ही पशुओं की सेवा कर पिता के कार्य में बंटाता है हाथ। शामली जिले में पहला और प्रदेश में दसवां स्थान किया है हासिल। शतरंज का है शौक।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Wed, 26 Apr 2023 09:28 AM (IST)
शामली, जागरण टीम, (आकाश शर्मा)। शामली शह और मात के खेल शतरंज के खिलाड़ी कार्तिक ने हाईस्कूल की बिसात पर बाजी मारी है। जिले में पहला और प्रदेश में दसवां स्थान प्राप्त कर परिवार का नाम रोशन किया। कार्तिक पढ़ाई के साथ ही पशुओं को नहलाने तक का कार्य कर अपने पिता के कार्य में हाथ बंटाते है। परीक्षा के दौरान उन्होंने खेलना छोड़ दिया था। उनका सपना चिकित्सक बनना है, जिसके लिए वह मेहनत के साथ पढ़ाई कर रहे हैं। सामान्य परिवार में जन्मे कार्तिक मूल रूप से मुहल्ला दयानंद नगर के निवासी है।
डेरी चलाते हैं पिता, मां हैं गृहणी
कार्तिक के पिता राजेश कुमार उर्फ खन्ना (पशुपालक) डेरी चलाते है और माता अमरेश देवी गृहिणी है। कार्तिक ने बताया कि वह पढ़ाई के साथ ही शतरंज के खिलाड़ी है और बचपन से शतरंज खेलते है। हाईस्कूल में प्रवेश करने के बाद ही कुछ सहपाठी ने उनको चुनौती दी थी कि हमसे ज्यादा नंबर नहीं ला सकोगे। उन्होंने यह चुनौती को स्वीकार करने के बाद पढ़ाई में ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया था। कार्तिक बताते है कि परीक्षाओं से करीब छह महीने पहले ही तैयारी के लिए प्लानिंग कर ली थी और लगातार पढ़ाई की, लेकिन उन्होंने पिता के कार्य में हाथ बंटाना नहीं छोड़ा। वह रोजाना पशुओं को चारा डालने, उनको नहलाना तक का खुद ही करते है।
शतरंज खेलना बहुत पसंद
कार्तिक ने बताया कि उनको शतरंज खेलना बहुत पसंद है, इसलिए वह रोजाना अपने भाई या अन्य किसी दोस्त के साथ शतरंज जरूर खेलते है। चिकित्सक बन लोगों की सेवा करना चाहता है कार्तिक कार्तिक ने बताया कि उसका सपना चिकित्सक बन गरीब लोगों की सेवा करना है। वह इसके लिए दिन-रात मेहनत के साथ पढ़ाई कर रहा है। हाईस्कूल में जिले में प्रथम स्थान आने के बाद उनका हौंसला बढ़ा है।एनडीए की तैयारी में जुटा है वंश
हाईस्कूल के परिणाम में जिले में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाला वंश शहर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज का छात्र है। वंश के पिता कुलदीप शिक्षक है और माता प्रीति गृहिणी हैं। उन्होंने बताया वह रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई किया करते हैं। उनका सपना आर्मी में अफसर बनना है जिसके लिए वह फिलहाल एनडीए की तैयारी कर रहे हैं। बताया कि इंटरनेट मीडिया से वह दूरी बनाकर रखते है, लेकिन पढ़ाई के लिए यू-ट्यूब का इस्तेमाल कर लेते है। उन्होंने बताया कि माता-पिता और शिक्षकों के आशीर्वाद के कारण उनका जिले में दूसरा स्थान आया है।
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हाईस्कूल में जनपद में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले शहर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के छात्र यश कुमार मिश्रा के पिता संजय कुमार मिश्रा ब्रेड विक्रेता है और माता गीता देवी गृहिणी है। बताया कि उनको पढ़ाने में माता-पिता के साथ ही उनके भाई आशुतोष ने भी बहुत मदद की है। बताया कि वह अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते है। जिसके लिए पढ़ाई कर रहे हैं। हाईस्कूल में पहले स्थान पर रहने की उम्मीद थी, लेकिन तृतीय स्थान आया है। इंटर के परिणाम के लिए वह और ज्यादा मेहनत करेंगे।