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पहले छिना पिता का साया अब मां के आंचल से दूर हुए बच्चे

रो-रोकर बेहाल हैं अनाथ बचे पड़ोसी कर रहे देखरेख अनाथ बचों की सुधि लेने नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी

By JagranEdited By: Updated: Thu, 06 May 2021 10:45 PM (IST)
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पहले छिना पिता का साया अब मां के आंचल से दूर हुए बच्चे

श्रावस्ती : थाना क्षेत्र के चिचड़ी गांव में बुखार से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई। मृतका के सात व 10 साल के दो अनाथ बच्चे रो रोकर बेहाल हैं। माता-पिता की मौत से अनाथ हुए बच्चों की देखरेख फिलहाल पड़ोसी कर रहे हैं। प्रशासन का कोई अधिकारी इन अनाथ बच्चों की सुधि लेने नहीं पहुंचा है।

चिचडी गांव में बलुआ मार्ग पर निवास कर रही महिला शाकरुनिशा पत्नी स्वर्गीय नसरुद्दीन सिद्दीकी को बुखार व सांस की समस्या के कारण बुधवार को एंबुलेंस से बहराइच जिला अस्पताल भेजा गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिश्तेदारों ने जिला अस्पताल बहराइच से शव लाकर बुधवार शाम अंतिम संस्कार करवा दिया। मृतका के पति नसरुद्दीन की पांच वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी है। आसपास के लोगों ने बताया कि मृतका के पति गोंडा जिले के थाना इटियाथोक ग्राम देवतहा के निवासी थे।

10 वर्ष पूर्व वह चिचड़ी गांव में ससुराल में आकर बस गए थे। लगभग पांच वर्ष पूर्व ही उनकी मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद साकुरुनिशा ही सात वर्ष की शायदा व 10 वर्ष के फैजान की देखरेख कर रही थी। साकरुनिशा की बीमारी से मौत के बाद शायदा और फैजान अनाथ हो गए हैं। नाबालिग बच्चों की देखभाल फिलहाल पड़ोसी कर रहे हैं, लेकिन घटना के दो दिन बाद भी श्रावस्ती जिला प्रशासन ने इन अनाथ बच्चों की सुधि नहीं ली है। --------इनसेट-------- फिलहाल मामले की जानकारी नहीं है। जांच करवाकर नाबालिग बच्चों को मदद व उचित संरक्षण प्रदान किया जाएगा।

-राजेश मिश्र, एसडीएम इकौना

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