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    सपा-बसपा के प्रत्याशियों पर टिकी पार्टियों की नजर, दमदार चेहरे पर हो रहा मंथन; इस दावेदार के उतरते ही बदल जाएगा चुनावी रुख

    Updated: Tue, 05 Mar 2024 08:36 PM (IST)

    वर्ष 2019 के Lok Sabha Election में सपा-बसपा में गठबंधन हुआ तो यह सीट बसपा के खेमे में चली गई। जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर राजनीतिक विशेषज्ञ यह अनुमान लगा रहे थे कि भाजपा यह चुनाव भारी मतों से हारेगी। परिणाम आया तो जातीय समीकरण हांफते नजर आए। मामूली अंतर से यह चुनाव तो भाजपा हार गई लेकिन प्रदर्शन से समर्थकों के साथ विरोधियों का भी दिल जीत लिया।

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    सपा-बसपा के प्रत्याशियों पर टिकी पार्टियों की नजर

    भूपेंद्र पांडेय, श्रावस्ती।  Lok Sabha Election 2024:  लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवार की घोषणा कर अपने पत्ते खोल दिए हैं। अब हर किसी की नजर सपा व बसपा के टिकट पर टिकी है। वर्ष 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन से बसपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। इस बार सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। उम्मीदवार को लेकर हो रही चर्चा पर सपा नेतृत्व ने मुहर लगा दी तो मुकाबला काफी रोचक हो जाएगा।

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    वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार सांसद चुने गए दद्दन मिश्र ने सपा के बाहुबली अतीक अहमद को 85 हजार 913 मतों से पीछे छोड़ा था। बसपा के लालजी वर्मा को चौथा स्थान मिला था। पीस पार्टी के रिजवान जहीर ने कांग्रेस के विनय कुमार पांडेय को भी पीछे छोड़ दिया था। वर्ष 2019 के चुनाव में सपा-बसपा में गठबंधन हुआ, तो यह सीट बसपा के खेमे में चली गई।

    2019 में फेल हुआ था जातीय समीकरण

    जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर राजनीतिक विशेषज्ञ यह अनुमान लगा रहे थे कि भाजपा यह चुनाव भारी मतों से हारेगी। परिणाम आया तो जातीय समीकरण हांफते नजर आए। मामूली अंतर से यह चुनाव तो भाजपा हार गई, लेकिन प्रदर्शन से समर्थकों के साथ विरोधियों का भी दिल जीत लिया। एक बार फिर चुनाव की बिसात बिछने लगी है।

    भाजपा ने बहराइच के पूर्व सांसद पंडित बदलूराम शुक्ल के नाती एमएलसी साकेत मिश्र को उम्मीदवार घोषित किया है। ब्राह्मण बहुल मानी जाने वाली इस सीट से भाजपा ने सटीक दांव चला है, लेकिन चर्चा है कि सपा भी अपने तरकश से मजबूत तीर निकालने की तैयारी में है।

    वर्तमान सांसद राम शिरोमणि वर्मा बसपा से हैं। संगठन के जनाधार के अलावा सजातीय मतों पर इनकी भी अच्छी पकड़ है।  बसपा से दूसरी बार टिकट के प्रबल दावेदार भी हैं। ऐसे में बसपा का टिकट भी लोकसभा चुनाव में काफी कुछ तय करेगा। चौक-चौराहों पर इन दिनों यही बातें जन चर्चा में हैं। हर किसी की नजर सपा व बसपा के टिकट पर टिकी है।

    वर्ष 2014 के लोस चुनाव में मिले मतों का विवरण

    उम्मीदवार  दल  मिले मत
    दद्दन मिश्रा  भाजपा  3,45,964
    अतीक अहमद  सपा  2,60,051
    लालजी वर्मा  बसपा  1,94,890
    रिजवान जहीर  पीस पार्टी  1,01,817
    विनय कुमार पांडेय  कांग्रेस  2,0006

    वर्ष 2019 के लोस चुनाव में मिले मतों का विवरण

    उम्मीदवार  दल  मिले मत
    राम शिरोमणि  बीएसपी  4,41,771
    दद्दन मिश्रा  बीजेपी  4,36,451
    धीरेंद्र प्रताप सिंह  कांग्रेस  58,042
    नब्बन खान सीपीआई  2,662
    राजवंत सिंह  शिवसेना  7,479

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