Rapti River : नेपाल में लगातार बारिश, राप्ती नदी उफनाई- खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा पानी; DM ने की यह अपील
डीएम ने बताया कि बाढ़ संबंधी सूचना और सहयोग के लिए कलेक्ट्रेट में कंट्रोलरूम स्थापित किया गया है। यह 24 घंटे क्रियाशील रहेगा। किसी प्रकार की समस्या होने पर कंट्रोलरूम के नंबर 8545092198 पर सूचना दी जा सकती है। वहीं डीएम ने आशंका जताई है कि सुबह तक गांवों में पानी आ सकता है। ऐसे में हालात काफी चिंतित करने वाले हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, श्रवस्ती। नेपाल के पहाड़ों पर लगाता हो रही बारिश का पानी आने से तराई में राप्ती नदी उफान पर है। रात 10 बजे तक नदी खतरे के निशान से 130 सेमी ऊपर पहुंच गई थी। बाढ़ की प्रबल आशंका को देखते हुए प्रशासन ने तटवर्ती गांवों को अलर्ट कर दिया है। सुबह तक गांवों में पानी भर सकता है। प्रशासनिक टीम को लगातार सक्रिय रखा गया है। डीएम अजय कुमार द्विवेदी खुद भ्रमणशील हैं।
डीएम ने जताई आशंका- सुबह तक गांवों में घुस सकता है पानी
डीएम ने बताया कि नेपाल के कुसुम नदी पर खतरे का निशान तीन मीटर निर्धारित है। यहां नदी का जलस्तर आठ मीटर से ऊपर चला गया है। इससे स्थितियां प्रतिकूल हो रही हैं। शनिवार के शाम तक स्थिति नियंत्रण में थी, लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है सुबह तक तटवर्ती गांवों में पानी पहुंच सकता है। लोगों को सुरक्षित रखने के लिए टीम लगातार शक्रिय है।
बाढ़ पीएससी की दो कंपनी और एक टीम एनडीआरएफ की आ गई है। टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। बाढ़ चौकियों पर प्रभारियों की तैनाती की गई है। सभी ने मोर्चा संभाल लिया है। इसके अलावा शरणालय और पशु शिविर की भी स्थापना की गई है। गांवों के लोगों से सजग और सतर्क रहने की अपील की गई है।
यह हैं संवेदनशील गांव
जमुनहा तहसील में गजोबरी, मोहनपुर, भरथा, हसनापुर, वीरपुर, लौकिहा, वीरगंज बाजार, शिकारी, रमवापुर,पिपरहवा, बरुहा, जोगिया, शमशेरगढ़, भलुहिया, धोबिहा, लक्ष्मनपुर सेमरहनिया, पोंदला, पोंदली, डोमाई, रामगढ़ी, लखाही समेत करीब करीब 35 गांव आंशिक व 15 गांव अति संवेदनशील हैं।
भिनगा के रेहरा, इकौना के मोहनापुर,पकड़िया, दुलहिया, प्रहलादा, कल्यानपुर, नरायनपुर, कसियापुर, बैदौरा, कठौतिया, बेडसरा, कचनापुर गांव संवेदनशील की श्रेणी में आते हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।