बंजर भूमि पर छाएगी हरियाली, घरों में आएगी खुशहाली
उबड़-खाबड़ परती पड़ी जमीनों को मनरेगा के तहत समतलीकरण कराकर खेती योग्य बनाया जा रहा है।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 11 Jun 2020 06:05 AM (IST)
संजय रस्तोगी, इकौना (श्रावस्ती) : कोरोना संकट के चलते प्रवासियों की वापसी हो रही है तो गांव में पड़ी बंजर भूमि के दिन भी बहुरने लगे हैं। बेकार पड़ी गैर आबाद कृषि भूमि में फिर से फसले लहलहाने की उम्मीदें जगने लगी हैं। उबड़-खाबड़ परती पड़ी जमीनों को मनरेगा के तहत समतलीकरण कराकर खेती योग्य बनाया जा रहा है। खरगौरा बस्ती गांव में तकरीबन 12 हेक्टेअर परती पड़ी जमीन पर प्रवासी श्रमिकों के मेहनत से धान की फसलें लहलहाएंगी तो लोगों के घरों में खुशहाली आएगी।
इकौना ब्लॉक के इस गांव में बेकार पड़ी भूमि को कृषि योग्य बनाया जा रहा है। इससे प्रवासिायों को घर में ही रोजगार मिल रहा है, तो भविष्य मे गांव में कृषि उत्पादन बढ़ने की पृष्ठभूमि भी तैयार हो रही है। कोरोना महामारी फैलने के बाद 60 प्रवासी मजदूर घर लौट आए हैं। जिन्हें गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गांवो में चकमार्ग, तालाब खुदाई आदि कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। लेकिन फिर भी सभी मजदूरों को रोज काम नहीं मिल पा रहा है। खरगौरा बस्ती मे ग्राम प्रधान ओम प्रकाश द्विवेदी ने गांव में उपलब्ध श्रम शक्ति को समायोजित करने का अनूठा तरीका निकाला है। गांव मे किसानों की ऊंची-नीची होने के कारण खाली पड़ी निष्प्रयोज्य जमीनों को समतल कर कृषि योग्य बनाने की योजना बनाई। इससे श्रमिकों को रोजगार मिलने के साथ गांव में बेकार पड़ी कृषि भूमि खेती लायक बन रही है। ग्राम प्रधान द्विवेदी ने बताया कि अब तक 12 किसानों की लगभग 10 एकड़ बेकार पड़ी भूमि को समतल कर कृषि योग्य बनाया जा चुका है। लगभग एक दर्जन किसानों की 20 एकड़ जमीन को बरसात शुरू होने के पहले समतल करवाने की योजना है। जिससे इसी सीजन मे उस भूमि पर भी कृषि कार्य प्रारंभ हो सके। ग्राम प्रधान ने बताया कि इस समय प्रतिदिन 50-75 मजदूर मनरेगा मे कार्य कर रहे हैं। गांव में बेकार पड़ी भूमि को समतल कर कृषि योग्य बनाने के कार्य से ग्राम वासी भी उत्साहित हैं। कैलाशनाथ यादव, कनकलता, रामकुमार विजय कुमार रामतीरथ कहते हैं कि पैसे की किल्लत से उबड़-खाबड़ व परती पड़ी जमीन समतल करना मुश्किल था। अब मनरेगा की मदद से बाहर से लौटे प्रवासियों को घर मे ही तुरंत रोजगार मिल गया दूसरी तरफ बेकार पड़ी भूमि खेती करने लायक बन गई। जिससे गांव मे उत्पादन और किसानों की आय मे बढ़ोत्तरी होगी।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।