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CM से सम्मानित होकर गदगद हुए हसुड़ी के बच्चे व सिद्धार्थनगर DM, 90 दिन में कार्बन न्यूट्रल पंचायत का किया वादा

सिद्धार्थनगर हसुड़ी औसानपुर के बच्चे इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने गांव आने के लिए आमंत्रित किया है। बच्चों ने कहा है कि उनके गांव में जिस तरह से काम हो रहा है। 90 दिनों के भीतर उनकी ग्राम पंचायत कार्बन न्यूट्रल हो जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Fri, 09 Jun 2023 07:10 PM (IST)
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हसुड़ी औसानपुर के बच्चों की इच्छा- कार्बन न्यूट्रल होने के बाद मुख्यमंत्री खुद ही इस ग्राम पंचायत का उद्घाटन करें।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : हसुड़ी औसानपुर के बच्चे इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने गांव आने के लिए आमंत्रित किया है। बच्चों ने कहा है कि उनके गांव में जिस तरह से काम हो रहा है। 90 दिनों के भीतर उनकी ग्राम पंचायत कार्बन न्यूट्रल हो जाएगी। कार्बन न्यूट्रल के क्षेत्र में यह देश की दूसरी पंचायत होगी। बच्चों की इच्छा है कि कार्बन न्यूट्रल होने के बाद मुख्यमंत्री खुद ही इस ग्राम पंचायत का उद्घाटन करें।

बाल हित क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए हसुड़ी औसानपुर को देश में मिला तीसरा स्थान

रोज नई उपलब्धियों से लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने वाला भनवापुर विकास खंड की हसुड़ी औसानपुर ग्राम पंचायत के बच्चे शुक्रवार को मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होकर लौटे हैं। बाल हित के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए हसुड़ी औसानपुर को देश में तीसरा स्थान मिला है। इसके लिए बीते 17 अप्रैल को हसुड़ी औसानपुर को दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मानित किया था। इस उपलब्धि को लेकर मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को गांव के बच्चों, ग्राम प्रधान, गांव के सरकारी स्कूल के शिक्षक, गांव में अंतरिक्ष लैब बनाने वाली संस्था व्योमिका स्पेस प्राइवेट लिमिटेड के गोविंद यादव व जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर संजीव रंजन को लखनऊ में बुलाया था। वहां मुख्यमंत्री ने बच्चों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने की गांव में हो रहे कार्यों की सराहना

लखनऊ से लौटने के बाद गांव की बाल सरपंच श्रिया त्रिपाठी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनके गांव में हो रहे कार्यों की सराहना की है। उन्होंने उनसे व उनकी टीम से पूछा है कि ड्रोन कैसे काम करता है। राकेट कैसे काम करता है। बच्चों ने बताया कि डीएम संजीव रंजन ने सीएम के सामने उनके गांव का विकास माडल प्रस्तुत किया। डीएम ने यह भी बताया है कि बाल हित के लिए गांव को मिले 50 लाख रुपये पुरस्कार का उपयोग उसे कार्बन न्यूट्रल पंचायत बनाने के लिए होगा। बाल पंचायत टीम की गरिमा, आदित्य, अभिलाषा ने कहा कि ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को गांव के हरे पौधों की संख्या के विषय बताया है। आइआइटी बीएचयू (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी बनारस हिंदू विश्व विद्यालय) ने हसुड़ी औसानपुर को गोद लिया है। वह गांव को कार्बन न्यूट्रल बनाने के लिए शोध कर रहे हैं। ग्राम प्रधान ने कहा कि आइआइटी की रिपोर्ट मिलने के बाद वह ग्राम पंचायत उसके अनुरूप तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही उन्हें रिपोर्ट मिलने वाली है। तीन माह के भीतर उनकी ग्राम पंचायत कार्बन न्यूट्रल पंचायत हो जाएगी।

गांव में पहले लगा है ग्रीन टेक टावर

हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ाने में पीएम 10 व पीएम 2.5 जैसे कणों की भूमिका अहम होती है। प्रदूषण नियंत्रण पर काम करने वाली संस्था बिरासिनी टेस्ट हाउस के मुताबिक हवा में पीएम 10 की मात्र 100 से कम होने व पीएम 2.5 की मात्रा 60 से कम होने पर हवा को शुद्ध माना जाता है। ग्राम पंचायत में ग्रीन टेक टावर की स्थापना की गई है। यह अपने सक्शन पंखों से करीब 500 मीटर दूर की हवा को अपने पास खींचता है। कार्बन (पीएम 2.5 और पीएम 10 के आकार के धूल कण) को इकट्ठा करके और हवा को फिल्टर करके शुद्ध हवा छोड़ देता है।

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