देशभर के प्रधान सरपंच संवाद एप पर देखेंगे सिद्धार्थनगर के इस गांव का विकास, एक-दूसरे का काम देख मिलेगी प्रेरणा
संवाद एप पर सिद्धार्थनगर के हसुड़ी समेत देशभर के एक हजार गांव जुड़े हैं। इस एप से जुड़कर एक-दूसरे का काम देखकर ग्राम प्रधानों को प्रेरणा मिलेगी। एप पर लोग अपने गांव में हुए अच्छे कार्यों के विषय में पूछ रहे हैं। इस एप को देशभर के ग्राम प्रधानों को जुड़े रहने और एक दूसरे से सीख लेने के लिए ही लांच किया गया है।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Thu, 14 Sep 2023 04:52 PM (IST)
सिद्धार्थनगर, जितेन्द्र पाण्डेय। हसुड़ी गांव का स्पेस लैब, वातानुकूलित विद्यालय, गांव की स्वच्छ सड़कें, ग्रीन टेक टावर समेत तमाम सुविधाएं अब देश के सभी ग्राम प्रधान देख सकेंगे। यह गांव सरपंच संवाद एप से जुड़ चुका है। विकसित गांव के सभी प्रमुख कार्य एप पर डाले गए हैं। एप को मंगलवार को लांच किया गया है और उस पर अब हसुड़ी औसानपुर समेत एक हजार से अधिक गांवों के प्रधान जुड़ चुके हैं। वह एप पर अपने गांव में हुए अच्छे कार्यों के विषय में पूछ रहे हैं।
इस वजह से लांच किया गया है ये एप
एप को लांच ही इसी लिए किया गया है, ताकि उस पर देशभर के ग्राम प्रधान जुड़ सकें। अपने गांवों के अच्छे कार्यों का विवरण इस पर डाल सकें। ताकि अन्य ग्राम प्रधान इससे प्रेरित हों, और वह भी अच्छा कार्य करें। भनवापुर विकास खंड के ग्राम हसुड़ी औसानपुर के ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी सहित देश के पांच वर्तमान व तीन पूर्व ग्राम प्रधानों को क्वालिटी कंट्रोल आफ इंडिया की तरफ से ब्रांड एंबेसडर चुना गया है। यह आठों ब्रांड एंबेसडर प्रधानों को सुझाव देते हैं कि वह कैसे अपने गांवों की तस्वीर सुधारें।
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गांवों के विकास की राह आसान करेगा यह एप
इन आठों ब्रांड एंबेसडर को असोम के गोवाहाटी में बुलाया गया था। मंगलवार को सरपंच संवाद एप को क्वालिटी कंट्रोल आफ इंडिया के चेयरमैन जयक्ष शाह व निदेशक हिंमाशु पटेल ने लांच किया। दिलीप से हुई दूरभाषा पर बातचीत में उन्होंने बताया कि यह एप गांवों के विकास की राह आसान करेगा। इस एप को डाउनलोड करते ही ग्राम प्रधान से उनके गांव की प्रेरक कहानी व तस्वीरों को डाउनलोड करने के लिए कहा जाएगा। उसके बाद मोबाइल नंबर डालने के लिए कहा जाएगा। मोबाइल नंबर डालने पर यह तभी एक्टीवेट होगा, जब संबंधित व्यक्ति का पहले से पंजीयन होगा।
पंजीयन सिर्फ ग्राम प्रधानों का हो रहा है। ताकि इस एप का संचालन सिर्फ ग्राम प्रधान ही कर सकें। दिलीप ने बताया कि एप लांचिंग के बाद से उनके गांव के स्पेस लैब, वातानुकूलित विद्यालय, ग्रीन टेक टावर सहित सभी विकास कार्यों की खूब चर्चा हो रही है। ग्राम प्रधान उनसे विकास कार्यों की जानकारी ले रहे हैं और यह भी कह रहे हैं कि वह अपने गांव में भी इस पर काम करेंगें।
असोम के राज्यपाल ने दिलीप को किया सम्मानित
ग्राम प्रशान दिलीप के कार्यों के बारे में जब राजस्थान के प्रधान ने असम के राज्यपाल गुलाब चंद्र कटारिया बताया तो वह बेहद प्रसन्न हुए और उन्होंने दिलीप को अगल से बुलाकर अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
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