सपा ने दो बार के सांसद कुशल तिवारी पर जताया भरोसा, डुमरियागंज सीट से बनाया प्रत्याशी; 30 वर्षों का है लंबा तजुर्बा
डुमरियागंज लोकसभा सीट से प्रत्याशी को लेकर सपाई करीब 15 दिन से उहापोह में थे। हालांकि दो दिन पहले कुशल तिवारी ने डुमरियागंज लोकसभा सीअ में अपना दौरा किया तो सपाइयों को भरोसा हो गया था कि इस सीट से वह ही पार्टी के प्रत्याशी होंगे लेकिन पार्टी की तरफ से आधिकारिक घोषणा न होने को लेकर वह संशय में थे।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। संतकबीरनगर जिले से दो बार सांसद रह चुके भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी पर सपा ने भरोसा जताया है। सपा ने उन्हें डुमरियागंज लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। कुशल तिवारी खलीलाबाद लोकसभा सीट के अंतिम, संतकबीरनगर लोकसभा सीट के पहले सांसद रहे हैं।
वर्ष 2007 में खलीलाबाद लोकसभा सीट के उपचुनाव में वह पहली बार सांसद बने थे। नये परिसीमन के बाद खलीलाबाद में आंबेडकरनगर जिले का आलापुर व गोरखपुर जिले का खजनी विधानसभा क्षेत्र भी जुड़ गया। उसके बाद इस सीट का नाम संतकबीरनगर लोकसभा सीट कर दिया गया। 2009 में संतकबीर सीट से हुए लोकसभा चुनाव में भी कुशल को जीत मिली और वह वहां के पहले सांसद बने।
डुमरियागंज लोकसभा सीट से प्रत्याशी को लेकर सपाई करीब 15 दिन से उहापोह में थे। हालांकि दो दिन पहले कुशल तिवारी ने डुमरियागंज लोकसभा सीअ में अपना दौरा किया तो सपाइयों को भरोसा हो गया था कि इस सीट से वह ही पार्टी के प्रत्याशी होंगे, लेकिन पार्टी की तरफ से आधिकारिक घोषणा न होने को लेकर वह संशय में थे। रविवार को दोपहर को समाजवादी पार्टी ने डुमरियागंज लोकसभा सीट के लिए उनके नाम की घोषणा कर दी।
1999 में बलरामपुर से कुशल लड़े थे पहला चुनाव
कुशल तिवारी पिछले 30 वर्षों से सक्रिय राजनीति में हैं। वर्ष 1999 में उन्होंने बलरामपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना पहला चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वह वर्ष 2004 में सपा से खलीलाबाद से चुनाव लड़े और हार गए।
2007 में हुए उप चुनाव में बसपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे और जीत गए। 2009 में भी वह संतकबीनर से सांसद चुने गए। इसके बाद 20014 और 2019 के चुनाव में भी वह खलीलाबाद से बसपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे, लेकिन सफलता नहीं मिली।
विकास के लिए करेंगे काम
सपा प्रत्याशी पूर्व सांसद भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी ने कहा कि वह झूठ, फरेब के लिए नहीं, बल्कि विकास के लिए काम करेंगे। जिले में सड़कों की हालत खबरा है। स्वास्थ्य व शिक्षा की स्थिति दयनीय है। उन्होंने कहा कि वह इसके विकास के लिए काम करेंगे।
सभी धर्म व जाति वर्ग के हित के लिए वह संघर्ष करते रहे हैं और आगे भी करेंगे। उन्होंने यहां रोजगार नहीं होने से युवा पलायन करने को मजबूर है। उनकी पूरी कोशिश होगी कि यहां उद्योग स्थापित करके युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाए।
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