GST छापेमारी : व्यापारियों के डर का उठाया फायदा, नकली GST अधिकारी बनकर मारा छापा, 5 लाख की मांगी रिश्वत
इन दिनों इनकम टैक्स अधिकारी जीएसटी की चेकिंंग कर रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों में इसका काफी डर भी है। अब व्यापारियों के डर का फायदा उठाकर लोग नकली जीएसटी अधिकारी बनकर छापे भी मार रहे हैं। जुर्माने का डर दिखाकर लाखों रुपये भी ऐंठ रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Tue, 13 Dec 2022 07:21 PM (IST)
जागरण संवाददाता, बिस्कोहर, सिद्धार्थनगर : त्रिलोकपुर थानांतर्गत बिस्कोहर बाजार में फर्जी जीएसटी अधिकारी बनकर व्यापारियों से पैसे वसूलने वाला व्यक्ति मंगलवार को धराया गया। व्यवसायियों ने उक्त व्यक्ति को दबाेचते हुए पुलिस को सौंप दिया। इस मामले में पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
डर का उठाया फायदा
इधर जीएसटी अधिकारियों के अभियान से व्यापारियों में भय का वातावरण था। इसका लाभ उठाते हुए एक व्यक्ति बिस्कोहर बाजार में पहुंच गया और स्वयं को जीएसटी का अधिकारी बताते हुए पहले कागज दिखाने को कहा और फिर वसूली की डिमांड की। किराना व्यवसायी कैलाश से नौ लाख तो हार्डवेयर की दुकान के दुकानदार धर्मेंद्र और साधू से पांच-पांच लाख रुपये मांगे।
किराना व्यवसायी से अंत में पांच हजार रुपये वसूल किए और फिर हार्डवेयर की दुकान पर आ गया। तभी कैलाश से अपने भाई जो बड़े व्यापारी हैं, उनको फोन करके बताया कि इनकम टैक्स वाले आए हैं और पांच हजार लिए हैं। वे तुरंत वहां पहुंच गए। उन्हें कुछ शंका हुई तो और व्यापारियों को एकत्रित कर लिए। व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रभात जायसवाल भी पहुंच गए। भीड़ बढ़ी तो वह बहानेबाजी और दिमाग खराब होने की बात करने लगा और वसूले पैसे को वापस किया। थोड़ी देर में चौकी इंचार्ज सर्वेश यादव हमराहियों के साथ पहुंचे। जहां व्यापारियों ने उक्त व्यक्ति को उन्हें सौंप दिया।
पूछताछ में उक्त व्यक्ति ने अपना नाम हीरा लाल निवासी पचपेड़वा जनपद बलरामपुर बताया। पुलिस का कहना है कि नाम और पता सही बताया है इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस व्यक्ति को लेकर थाने पर चली गई।-
एक व्यक्ति को पकड़कर व्यापारियों ने पुलिस को सौंपा है, जो अभी हवालात में है। पूछताछ की जा रही है। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है, मिलते ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।सूर्य प्रकाश सिंहथानाध्यक्ष, त्रिलोकपुर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।