बार-बार भारत आने के पीछे क्या था मकसद? चीनी दूभाषिया के जरिए समझी जाएगी यूफेनाघो की भाषा, यह है मामला
भारत-नेपाल सीमा के लीला डिहवा बॉर्डर पर पकड़ा गया चीनी नागरिक यूफेनाघो शुक्रवार से तीन दिन के लिए वह पुलिस रिमांड पर रहेगा। इस दौरान पुलिस टीम उससे यह जानने की कोशिश करेगी कि बार-बार भारत आने के पीछे उसका मकसद क्या था? उसकी बात को समझने के लिए पुलिस ने दिल्ली से चीनी दुभाषिए को बुलाया है। वह शुक्रवार की सुबह तक यहां आ भी जाएगा।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। भारत-नेपाल सीमा के लीला डिहवा बॉर्डर पर पकड़ा गया चीनी नागरिक यूफेनाघो शुक्रवार से तीन दिन के लिए वह पुलिस रिमांड पर रहेगा। इस दौरान पुलिस टीम उससे यह जानने की कोशिश करेगी कि बार-बार भारत आने के पीछे उसका मकसद क्या था? उसकी बात को समझने के लिए पुलिस ने दिल्ली से चीनी दुभाषिए को बुलाया है। वह शुक्रवार की सुबह तक यहां आ भी जाएगा।
यह है पूरा मामला
नौ मई की शाम को मोहाना थाना क्षेत्र के लीला डिहवा बॉर्डर पर पकड़े गए चीन के सिबेई, जियिंग काउंटी जियांगशू निवासी यूफेनाघो के मोबाइल से पुलिस को कई चौकाने वाले राज मिले थे। उसके आधार पर पुलिस उसे चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का सदस्य मान रही है।
वह सिद्धार्थनगर समेत महराजगंज, बहराइच व अयोध्या भी आ चुका है। वह बार-बार भारत क्यों आ रहा था? इसकी जानकारी लेने के लिए पुलिस उसे रिमांड पर लिया है। इसके लिए पुलिस ने गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकिता चौधरी के पास आवेदन दिया था।
उन्होंने तीन दिन के लिए अनुमति दी है। इस अवधि में पुलिस उसे सुबह 10 से पांच बजे (आठ घंटे) तक अपनी अभिरक्षा में रख सकेगी। उससे पूछताछ के लिए पुलिस ने दिल्ली से चीनी दुभाषिए को बुलवाया है। उसके आने के बाद पुलिस को उसकी भाषा समझने में आसानी होगी।
चीनी नागरिक अभी तीन दिन के रिमांड पर लिया जा रहा है। सुबह तक चीनी दुभाषिया दिल्ली से यहां आ जाएंगे। उसके बाद चीनी नागरिक से पूछताछ होगी। वह बार-बार भारत क्यों आ रहा था, इसकी जानकारी ली जाएगी।
-प्राची सिंह, पुलिस अधीक्षक।
यूफेनाघो के मोबाइल से मिली थीं यह जानकारियां
चीनी नागरिक के मोबाइल से उसकी एक फोटो मिली है, उसमें वह पीएलए की वर्दी पहना हुआ है। उसके मोबाइल के डाक्यूमेंट सिंक हो रहे हैं। वह अपने मोबाइल में जो भी फोटो व अन्य डॉक्यूमेंट रख रहा है, तत्काल वह कहीं और शो हो रहा है। पुलिस के मुताबिक यूफेनाघो के भारत आने की चीनी दूतावास से भी कोई जानकारी नहीं मिल रही है।