प्रधानाचार्य छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए रहें तत्पर: डीएम
जीआइसी में प्रधानाचार्य संगोष्ठी में डीएम ने योजनाओं के सफल संचालन के दिए निर्देश
By JagranEdited By: Updated: Sun, 26 Jun 2022 11:36 PM (IST)
सीतापुर: शिक्षा क्षेत्र में लागू सरकार की योजनाओं के संबंध में जागरुकता बढ़ाने एवं पठन-पाठन स्तरोन्नयन विषयक प्रधानाचार्य संगोष्ठी राजकीय इंटर कालेज में रविवार को हुई। डीएम अनुज सिंह ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार कर बच्चों एवं अभिभावकों को जागरूक किया जाए। बच्चियों को गुड टच एवं बैड टच से जागरूक किया जाए। विद्यालय में लाइब्रेरी पठन का समय भी निर्धारित किया जाए।
कहा कि सप्ताह में दो बार असेम्बली क्लास के साथ योगाभ्यास भी अवश्य कराया जाए। बच्चों को अखबार पढ़ने की आदत डलवाई जाए। कौन सा बच्चा किस क्षेत्र में जाना चाहता है इसकी काउंसलिग प्रधानाचार्य करें। छात्रों को एक डायरी अवश्य दी जाए व प्रतिदिन डायरी पर अंकित भी किया जाए। बच्चों को थानों की कार्यशैली दिखाई जाए, तहसीलों के प्रशासन एवं कार्यशैली से अवगत कराने हेतु बच्चों को तहसील में ले जाकर दिखाया जाए। विकास योजनाओं का क्रियान्वयन कैसे होता उन्हें ब्लाकों में ले जाया जाए। यह सब एक्स्ट्रा एक्टिविटी के तहत किया जाए। बच्चों को स्कालर एवं अभ्युदय योजना से अवश्य परिचय कराया जाए। अभ्युदय कोचिग में जो भी प्रधनाचार्य एवं शिक्षक पढ़ाना चाहते हैं वे अपना शिक्षण सहयोग दे सकते हैं। सीडीओ अक्षत वर्मा ने प्रधानाचार्यों से शासन की कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए कहा। डीआइओएस देवी सहाय तिवारी ने कहा कि इस बार जिले का परिणाम अच्छा रहा है। प्रदेश की मेरिट में सर्वाधिक अपने जिले की छात्राओं के नाम शामिल हैं, यह गौरव की बात है। जीआइसी प्रधानाचार्य अनूप तिवारी ने कहा कि विद्यालयों में प्रधानाचार्य की बड़ी भूमिका रहती है। इसलिए सभी प्रधानाचार्य एक एक बच्चे की देखरेख अभिभावक की तरह ही करे। कार्यक्रम का संचालन जिला व्यायाम शिक्षक राज शर्मा ने किया।
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