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नैमिषारण्य में बनेगी हरिशंकरी, पंचवटी और नवग्रह वाटिका

धर्मनगरी में आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पौधे रोपे जाने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Updated: Sun, 24 Jul 2022 11:24 PM (IST)
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नैमिषारण्य में बनेगी हरिशंकरी, पंचवटी और नवग्रह वाटिका

नैमिषारण्य में बनेगी हरिशंकरी, पंचवटी और नवग्रह वाटिका

जितेंद्र अवस्थी, सीतापुर

धर्मनगरी में आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पौधे रोपे जाने की तैयारी है। इसके तहत नैमिषारण्य में वन विभाग नवग्रह वाटिका, हरिशंकरी और पंचवटी वाटिका बनाएगा। स्थान का चिह्नांकन, बैरीकेडिंग और गड्ढों की खोदाई हो चुकी है। रेंजर महमूद आलम ने बताया कि पौधारोपण की योजना तैयार की गई है। नवग्रह, हरिशंकरी और पंचवटी की स्थापना किए जाने के साथ ही अन्य प्रजातियों के भी पौधे रोपे जाएंगे। पौधारोपण 25 जुलाई के बाद शुरू कराया जाएगा। परिक्रमा पथ पर भी पौधारोपण की भी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।

इन प्रजातियों के रोपे जाएंगे पौधे

- हरिशंकरी वाटिका में पीपल, पाकड़ और बरगद के तीन-तीन पौधे एक साथ रोपे जाएंगे।

- पंचवटी में पीपल, अशोक, बरगद, बेल और आंवला का पौधा लगाया जाएगा। यह वाटिका पांच पौधों से तैयार होगी। पौधे, दिशाओं के अनुसार लगाए जाएंगे।

- नवग्रह वाटिका में कुश, पीपल, लटजीरा, शमी, आक, गूलर, दूब, खैर और ढाक का पौधा लगाया जाएगा। पौधों की प्रजाति ग्रह के अनुसार है। पीपल को गुरु माना गया है। शनि के लिए शमी और केतु के लिए कुश को रोपण होगा।

नक्षत्र वाटिका है तैयार

रेंजर महमूद आलम ने बताया कि नैमिषारण्य में कुछ समय पहले नक्षत्र वाटिका बनाई गई थी। इसमें 27 प्रजातियों के पौधे रोपे गए थे, जो कि तैयार हो गए हैं। गृहों के अनुसार पौधे लगाए गए हैं। इस वाटिका में पीपल, नागकेसर, बरगद, आंवला, गूलर, जामुन, खैर व बेल आदि प्रजातियों के पौधे रोपे गए हैं।

नारदानंद आश्रम में बनेगी यह वाटिका

रेंजर ने बताया कि नवग्रह, पंचवटी और हरिशंकरी वाटिका के लिए नारदानंद आश्रम परिसर में जगह चिह्नित की गई है। पौधों की सुरक्षा के लिए तार की बैरीकेडिंग करा दी गई है। गड्ढे भी तैयार हो चुके हैं। पौधों के रोपण की तैयारी चल रही है।

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