अब QR Code स्कैन कर जमा कीजिए बिजली का बिल, नहीं लगाने पड़ेंगे उपकेंद्र और जनसेवा केंद्राें के चक्कर
Electricity Bills QR Code अब बिजली बिल जमा करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से बिल जमा कराने की सुविधा शुरू की है। क्यूआर कोड स्कैन करने पर उपभोक्ता को कनेक्शन आदि का विवरण मांगा जाएगा। इसके बाद उपभोक्ता अपना बिल जमा कर सकेंगे।
संसू, जागरण, सीतापुर। Electricity Bills QR Code: बिजली उपभोक्ताओं को अब अपना बिजली बिल जमा करने के लिए उपकेंद्र अथवा जनसेवा केंद्राें के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उपभाेक्ताओं की सुविधा के लिए विभाग की ओर से क्यूआर कोड के माध्यम से बिल जमा कराने की पहल की गई है।
क्यूआर कोड स्कैन करने पर उपभोक्ता को कनेक्शन आदि का विवरण मांगा जाएगा। इसके बाद उपभोक्ता अपना बिल जमा कर सकेंगे। इस सुविधा का उपयोग कर जहां अधिक से अधिक उपभोक्ता अपना बिल जमा कर सकेंगे, वहीं विभाग को बकाया बिल वसूलने में भी आसानी होगी।
केंद्र सरकार के निर्देश पर हो रहा यह बदलाव
उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर पंफलेट भी छपवाए गए हैं, जिन पर क्यूआर कोड भी छपा रहेगा। केंद्र सरकार के निर्देश पर यह बदलाव हो रहा है। जिले में प्रथम वितरण खंड में यह सुविधा शुरू हुई है। मीटर रीडर उपभोक्ताओं के घर-घर पंफलेट पहुंचा रहे हैं।यह भी पढ़ें- थूक जिहाद पर उत्तराखंड सरकार का बड़ा एक्शन, एक लाख तक जुर्माना; बताना होगा मीट झटका या हलाल
विभाग की ओर से 15 हजार पर्चा छपवाए गए हैं। अधिशासी अभियंता ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक उपभोक्ता के घर यह पर्चा पहुंचाया जाए, ताकि जो भी समय से बिल नहीं जमा कर रहे है।
बिजली अफसर देंगे जानकारी
शासन की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बिजली अधिकारी भी मुहल्ले, गांव पहुंचकर उपभोक्ताओं को जागरूक करेंगे। उपखंड अधिकारी से लेकर अवर अभियंता क्षेत्र में मीटर रीडर के साथ जाकर पंफलेट के बारे में बताएंगे। नया बिजली कनेक्शन से लेकर लोड बढ़ाना, बिल जमा करना, शिकायत दर्ज कराना आदि विभिन्न बातों के बारे मे उपभोक्ता को जानकारी देंगे।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।एक सप्ताह में बांटे दो हजार पंफलेट
विभाग की ओर से दिए गए एक सप्ताह में दो हजार पंफलेट वितरित कराए गए हैं। मीटर सुपरवाइजर उपेंद्र यादव ने बताया कि मीटर रीडरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वितरण खंड में करीब 85 मीटर रीडर हैं, जोकि पंफलेट भी वितरित कर रहे हैं।उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए नई पहल की गई है। इसमें उपभोक्ता बिना कहीं दौड़भाग किए बगैर घर बैठे बकाया बिल जमा कर सकेंगे। इससे उपभोक्ताओं को सुविधा मिलने के साथ ही बकाया वसूली में तेजी आने की उम्मीद है। मीटर रीडर के माध्यम से पंफलेट का वितरण कराया जा रहा है। -यादवेंद्र यादव, अधिशासी अभियंता बिजली प्रथम
फैक्ट फाइल
- जिले में कुल बिजली उपभोक्ता-5,99,000
- वितरण खंड-प्रथम में उपभोक्ता-1,10,000
- वितरण के लिए छपवाए गए पंफलेट-15,000