स्वतंत्रता दिवस के दिन इस्लाम कबूलेंगे शिक्षामित्र
उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद शिक्षामित्र सरकार पर अध्यादेश पारित कराकर अध्यापक बनाने की मांग कर रहे हैं।
By amal chowdhuryEdited By: Updated: Sun, 30 Jul 2017 03:55 PM (IST)
सीतापुर (जागरण संवाददाता)। समायोजन निरस्त होने से आंदोलन कर रहे रहे शिक्षामित्रों ने सरकार पर दबाव बनाने का नया दांव चला है। हिंदूवादी संगठनों पर इस मामले का संज्ञान न लेने की तोहमत लगाते हुए उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर धर्म परिवर्तन का एलान किया है।
मीडिया को दिए गए शपथपत्र में शिक्षामित्रों ने कहा है कि 15 अगस्त को जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करेंगे उसी समय हम लोग स्वेच्छा से इस्लाम धर्म कुबूल कर लेंगे। उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद शिक्षामित्र सरकार पर अध्यादेश पारित कराकर अध्यापक बनाने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर पिछले चार दिनों से शिक्षामित्रों ने आंदोलन छेड़ रखा है।शनिवार को विकास भवन के समक्ष धरना दे रहे शिक्षामित्रों ने एलान कर दिया कि अगर सरकार ने उनकी आवाज को अनसुना किया तो वह धर्म परिवर्तन का रास्ता भी अख्तियार कर सकते हैं। शिक्षामित्रों ने कहा कि हिंदूवादी संगठनों द्वारा हमारी समस्या का विशेष संज्ञान न लेने से आहत होकर हम लोग यह कदम उठा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: आगरा में बदमाशों की गोली से सिपाही शहीदशिक्षामित्र नीलेश वर्मा, धर्मेंद्र पांडेय, विकास बाजपेयी व अनुज कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया को इस संबंध में शपथ पत्र भी सौंपा। इसमें कहा गया है कि धर्म परिवर्तन के लिए किसी के द्वारा दबाव नहीं बनाया गया है। शिक्षामित्रों ने कहा कि इसको लेकर मौलाना मुफ्ती शफवान अतहर से वार्ता भी कर ली है। मुफ्ती शफवान अतहर ने बताया कि शिक्षामित्रों ने हमसे इस्लाम कुबूल करने को लेकर बात की थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।