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भाजपा के सामने अपना किला बचाने की चुनौती

वर्ष 2017 में भाजपा ने जीती थीं सात सीटें सपा-बसपा को मिली थी एक-एक सीट। वर्ष 2012 में सपा ने मारी थी जिले में बाजी सपा ने सात तो बसपा दो सीटें थीं जीती।

By JagranEdited By: Updated: Sun, 09 Jan 2022 11:57 PM (IST)
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भाजपा के सामने अपना किला बचाने की चुनौती

सीतापुर : यूं तो मौसम सर्द है। बारिश ने पारा लुढ़का दिया है लेकिन, विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। भाजपा के समक्ष वर्ष 2017 के प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती होगी तो सपा और बसपा भी जीत के साथ अपने सुनहरे दौर में वापसी की आस संजोये हैं। अब बड़ा सवाल यही है कि वर्ष 2022 में सीतापुर में किस दल का परचम लहराएगा।

सीतापुर के किले पर नजर डालें तो जिले में नौ विधानसभा क्षेत्र हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया था। इस चुनाव में भाजपा ने जिले की सात सीटों पर जीत हासिल की थी। सीतापुर सदर, महोली, मिश्रिख, हरगांव, लहरपुर, बिसवां, सेउता में भगवा परचम लहराया था। सपा और बसपा को महज एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था। सपा ने महमूदाबाद तो बसपा ने सिधौली सीट पर जीत हासिल की थी। बीते चुनाव को छोड़ दिया जाए तो जिले में सपा और बसपा का इतिहास काफी अच्छा रहा है। वर्ष 2012 के चुनाव में सपा की साइकिल रफ्तार से दौड़ी थी। सपा ने सदर, मिश्रिख, महोली, सेउता, बिसवां, महमूदाबाद और सिधौली विस क्षेत्र में जीत हासिल की थी। बसपा के प्रत्याशी हरगांव और लहरपुर विस क्षेत्र में जीते थे। भाजपा का खाता नहीं खुला था।

भाजपा जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा ने बताया कि चुनाव की घोषणा हो गई है। अब हम कार्यकर्ताओं के जरिये घर-घर संपर्क की तैयारी कर रहे हैं। इस बार हम जिले की सभी नौ सीटों पर जीत हासिल करेंगे।

सपा जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव ने बताया कि इस चुनाव में सपा बेहतर प्रदर्शन करेगी। हम कम से कम सात सीटें जीतेंगे। अगर सबकुछ सही रहा तो हम जिले की नौ में नौ सीटें जीतेंगे।

बसपा जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी ने बताया कि विस चुनाव में हम फिर से वापसी करने वाले हैं। अभी प्रत्याशियों की घोषणा होनी है। बिसवां में हम प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं। हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी ने बताया किहमारा घर-घर संपर्क अभियान जारी है। महिलाओं के लिए तो घोषणा की ही जा चुकी है। यह चुनाव अलग है। इसमें कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत शानदार होगा।

2007 में हुआ था रोचक संघर्ष :

वर्ष 2007 के चुनाव में बड़ा रोचक संघर्ष हुआ था। सपा जिले में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इस चुनाव में सपा ने सदर, मिश्रिख, महमूदाबाद, मछरेहटा व बेहटा सीटें जीती थीं। बसपा ने लहरपुर, सिधौली, हरगांव और बिसवां विस क्षेत्र में जीत हासिल की थी। भाजपा वर्ष 2007 में एक भी सीट नहीं जीती थी।

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