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‘इतने विभाग और ये व्यवस्था.. हमें नहीं आना चाहिए था सीतापुर’, अव्यवस्था देख राज्यपाल ने जताई नाराजगी

UP News उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शनिवार को सीतापुर में सेना के मैदान पर आयोजित पौधारोपण अभियान की शुरूआत करने पहुंची। वहां पर अव्यवस्था देख राज्यपाल ने अफसरों के क्लास लगा दी। साथ ही सेना के अधिकारियों को भी हिदायत दी। राज्यपाल ने कहा- इतने विभाग कार्यक्रम में शामिल हैं इसके बाद भी यहां पर ढ़ेर सारी अव्यवस्थाएं हैं।

By Durgesh Dwivedi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 21 Jul 2024 09:36 AM (IST)
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सीतापुर : सेना के मैदान पर आम का पौधा लगा रहे बच्चों से बात करतीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल : जागरण

दुर्गेश द्विवेदी, सीतापुर। कार्यक्रम में इतने विभाग भागीदारी कर रहे हैं और यह व्यवस्था है। इसी तरह से आप लोग देश के भविष्य को संस्कार देंगे। सोचा था सेना के मैदान में कार्यक्रम है। व्यवस्था अच्छी होगी। इसीलिए यहां आई। लेकिन, यहां पर तो पौधारोपण के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है। हमें सीतापुर नहीं आना चाहिए था। मैं लापरवाही करने वालों को माफ नहीं करती हूं। ये बातें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कदम-कदम पर मिलीं अव्यवस्था को देखकर कहीं।

सेना के मैदान पर आयोजित पौधारोपण अभियान का शुभारंभ करने पहुंचीं राज्यपाल ने अधिकारियों की मंच से ही क्लास लगा दी। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने आए मंत्रियों को भी अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार ठहराया। सेना के अधिकारियों को भी हिदायत दी।

राज्यपाल ने जताई नाराजगी

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रशासन, पुलिस व वन आदि विभागों के साथ सेना भी कार्यक्रम में शामिल है। इसके बावजूद न तो ठीक से गड्ढे खोदे गए हैं और न ही अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। वन विभाग स्तर पर बड़े पौधे लाए गए, लेकिन गड्ढे छोटे-छोटे खोदे गए हैं। इससे तो पौधे जमीन में टिक नहीं पाएंगे। यहां पौधारोपण के नाम पर सिर्फ औपचारिकता की जा रही है। इसमें मंत्री भी शामिल हैं।

राज्यपाल की नाराजगी यहीं पर खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य लगन, प्रेम और विश्वास से करना चाहिए। इस अवसर पर होमगार्ड राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, ब्रिगेडियर अभिनंदन सिंह, कर्नल जगवीर सिंह जागलान, विधायक शशांक त्रिवदी, ज्ञान तिवारी, रामकृष्ण भार्गव, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव, जिलाधिकारी अभिषेक आनंद, पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र व डीएफओ नवीन खंडेलवाल आदि उपस्थित थे।

अव्यवस्था पर चर्चा करते रह गए अधिकारी कार्यक्रम में अव्यवस्था का बोलबाला था। ‘एक पेड़-मां के नाम’ थीम होने के बाद भी महिलाओं की संख्या काफी काफी कम थी। वहीं, जिन विद्यार्थियों ने पौधारोपण किया था, उनकी माताएं भी नहीं आईं थीं। अपने-अपने पौधों के पास खड़े विद्यार्थियों के लिए पेयजल की व्यवस्था भी नहीं थी। कार्यक्रम खत्म होने के बाद अधिकारी अव्यवस्थाओं पर चर्चा कर रहे थे।

डीएफओ नवीन खंडेलवाल बोले गड्ढे तो सही खोदे गए थे। राज्यपाल को नहीं समझ में आया तो क्या ही किया जाए। एक भी पौधा मुरझाने न पाए, ड्रिप सिस्टम लगवाएं कार्यक्रम में उपस्थित सेना के अधिकारियों को इंगित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि इस मैदान पर जितने भी पौधे लगे हैं। इनमें से एक भी मुरझाना नहीं चाहिए। इसके लिए सेना के अधिकारी ड्रिप सिंचाई पद्धति से पौधों को पानी देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा जिले में अन्य स्थानों पर हो रहे पौधारोपण में पौधों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए।

बालिकाओं को दिए फलदार पौधे

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सेक्रेड हार्ट डिग्री कालेज की गजाला रईस, शाब्दी अग्रवाल व वरुनिका जायसवाल एवं सुमित्रा गर्ल्स इंटर कालेज की सुभिक्षा मिश्रा व श्रुति मिश्रा को फलदार पौधे वितरित किए। उन्होंने बच्चों से हालचाल के साथ पौधों के नाम भी पूछे। एक बालिका पौधे का नाम नहीं बता पाई। इस पर उन्होंने पड़ोस में खड़ी मुख्य विकास अधिकारी निधि बसंल से पौधे का नाम पूछा। लेकिन, वह भी जवाब नहीं दे पाईं।

आंगनबाड़ी केंद्रों को बांटी प्री-स्कूल किट

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में 50 प्री-स्कूल किट का वितरण किया। किट में ट्राईसाइकिल, झूले वाले घोड़े, नंबर्स, एबीसीडी चार्ट, फ्रूट चार्ट, एनिमल्स चार्ट, ब्लाक्स, पजेल्स बाल, क्ले, रिंग्स, स्टोरी बुक्स, पंचतंत्र, एजुकेशनल मैप, सफेद बोर्ड स्टैडर्ड, मार्कर व डस्टर आदि था। किट की व्यवस्था एमएलसी पवन सिंह, हरगांव चीनी मिल, बिसवां चीनी मिल, रेडिको खेतान व इंडियन बैंक आदि की ओर से की गई थी।

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