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हेल्प डेस्क पर टूट रहीं उम्मीदें

महिला हेल्प डेस्क की खाली कुर्सी और हेल्प के लिए

By JagranEdited By: Updated: Thu, 14 Jan 2021 11:17 PM (IST)
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हेल्प डेस्क पर टूट रहीं उम्मीदें

सीतापुर : महिला हेल्प डेस्क की खाली कुर्सी और हेल्प के लिए यहां से वहां दौड़ती महिलाएं, ये नजारा जिले की अधिकांश तहसीलों में देखा जा सकता हैं। मिशन शक्ति अभियान के समय बनाई गई हेल्प डेस्क से महिलाओं को हेल्प कम ही मिल रही है। किसी तहसील में समय से हेल्प डेस्क कक्ष का ताला नहीं खुलता तो कहीं खाली कुर्सी नजर आती है। गुरुवार को सदर, मिश्रिख व बिसवां तहसील परिसर में बने महिला हेल्प डेस्क की कुर्सियां खाली थीं।

बज गए 11, नहीं खुला हेल्प डेस्क कक्ष का ताला

सदर तहसील में एसडीएम कार्यालय के समीप वाले कक्ष में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है। गुरुवार को 11 बजे तक इस कक्ष का ताला नहीं खुला था। कुछ महिलाएं लेखपाल कक्ष के समीप बैठी थी। कुछ महिलाएं तहसील बरामदे के समीप ही खड़ी थी। नायब तहसीलदार के कक्ष में भी ताला लगा हुआ था। हाल ये था कि, 11 बजे एसडीएम न्यायालय के सामने झाडू लगाई जा रही थी।

मालबाबू कक्ष के गेट पर लगा है हेल्प डेस्क का बैनर

मिश्रिख : तहसील परिसर में तहसीलदार न्यायालय के समीप मालबाबू कक्ष के गेट पर महिला हेल्प डेस्क का बैनर लगा है। महिला हेल्प डेस्क की जिम्मेदारी संभालने वाली कर्मी की कुर्सी खाली थी। कार्यालय के बाहर मौजूद युवक ने बताया कि, हेल्प डेस्क कर्मी आई नहीं है। शायद अवकाश पर हैं। तहसीलदार चंद्रकांत त्रिपाठी ने बताया कि, 10 जनवरी तक महिला संबंधित 30 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। 25 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है।

खाली कुर्सी, नदारद कर्मचारी

बिसवां : सुबह 11:30 बजे तहसील परिसर के महिला हेल्प डेस्क पर कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। कुर्सी खाली थी। कक्ष से थोड़ी दूर पर कुछ महिलाएं बैठी थीं। पूछने पर बताया कि, कंबल लेने आई हैं। एसडीएम सुरेश कुमार ने बताया कि, हेल्प डेस्क की जिम्मेदारी संभालने वाले कर्मी की तबियत खराब है। दूसरे कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, सिधौली तहसील के हेल्प डेस्क पर गुरुवार को एक शिकायत दर्ज की गई। प्रशासन ने शिकायत निस्तारण के प्रयास शुरू कर दिए।

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