Sonbhadra News: सात करोड़ के गबन का आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया जेल
उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड वाराणसी से सेवानिवृत्त लेखाकार श्रीप्रताप सिंह को आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी की टीम ने रविवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। श्रीप्रताप पर करीब 10 वर्ष पूर्व गाजीपुर में पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए आवंटित सात करोड़ रुपये शासकीय धन के गबन का आरोप है। सोमवार को उसे कोर्ट ने पेश कियाग या जहां से कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
संवाद सहयोगी, सोनभद्र। आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी की टीम ने रविवार की शाम उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड वाराणसी से सेवानिवृत्त लेखाकार श्रीप्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। श्रीप्रताप पर करीब 10 वर्ष पूर्व गाजीपुर में पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए आवंटित सात करोड़ रुपये शासकीय धन के गबन का आरोप है।
मूलरूप से रामपुर बरकोनिया थाना क्षेत्र के छोढ़ा गांव निवासी श्रीप्रताप सिंह वर्तमान में राबर्ट्सगंज के विकास नगर कालोनी में रहता था। ईओडब्ल्यू की टीम ने राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस के साथ उसके घर पर छापेमारी कर गिरफ्तार किया।
जनपद गाजीपुर के ब्लाक भदौरा में पांच अलग-अलग स्थानों पर पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण का कार्य वर्ष 2012- 13 के दौरान कराया जाना था।
शासन ने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड भदोही (वाराणसी) को यह कार्य आवंटित किया था। इस कार्य के लिए शासन ने आठ करोड़ 17 लाख रुपये अवमुक्त किए थे। जब कार्यों की जांच हुई तो पाया गया कि सिर्फ एक करोड़ 17 लाख रुपये का कार्य मानक के अनुरूप है और पूर्ण हुआ है। करीब सात करोड़ रुपये के कार्य अधूरा और मानक के अनुरूप नहीं पाए गए।