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UPPCL: निर्धारित लोड से अधिक बिजली खपत पर विभाग सख्त, सिर्फ एक मौका... फिर होगी ये कार्रवाई

बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल पर बराबर संदेश आ रहे हैं कि आप अपने कनेक्शन का लोड बढ़वा लें। संदेश मिलने पर उपभोक्ता परेशान हो जा रहे हैं कि आखिर लोड बढ़ाने की जरुरत क्यों हैं लेकिन उपभोक्ता इस बात से अनजान होते हैं। उपभोक्ताओं को भेजे जा रहे मीटर का किलोवाट बढ़ाने संबंधी एसएमएस एक रुटीन प्रक्रिया है। तीन माह की मीटर रीडिंग के आधार पर एसएमएस भेजे जा...

By shailendra bharti Edited By: Riya Pandey Updated: Sun, 30 Jun 2024 09:52 PM (IST)
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तीन महीने तक लगातार लोड से अधिक बिजली खर्च करने पर कार्रवाई
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। विद्युत विभाग ने निर्धारित लोड से अधिक बिजली के उपयोग पर सख्ती दिखाई है। अब लगातार तीन माह तक निश्चित लोड से अधिक बिजली जलाने पर संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मात्र एक अवसर तक छूट दी जाएगी। उपभोक्ता स्वयं लोड बढ़वा लेता है तो कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

वहीं विभाग लोड बढ़ाएगा तो अर्थदंड देना होगा। असेस्मेंट के आधार पर पेनाटी भी देनी होगी। राहत यह है कि कम बिजली जलाने पर लोड बढ़वाने की जरूरत नहीं है।

कनेक्शन का लोड बढवा लेने का आ रहा मैसेज

बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल पर बराबर संदेश आ रहे हैं कि आप अपने कनेक्शन का लोड बढ़वा लें। संदेश मिलने पर उपभोक्ता परेशान हो जा रहे हैं कि आखिर लोड बढ़ाने की जरुरत क्यों हैं, लेकिन उपभोक्ता इस बात से अनजान होते हैं कि स्वीकृत लोड से अधिक बिजली की खपत लगातार तीन माह तक की तो उनका लोड फैक्टर अधिक हो गया और इसी बात का संदेश आ रहा है कि आप अपना लोड बढ़वा लें अन्यथा कारपोरेशन लोड बढ़ा देगा।

तीन माह की रीडिंग के आधार पर भेजे जा रहे एसएमएस

उपभोक्ताओं को भेजे जा रहे मीटर का किलोवाट बढ़ाने संबंधी एसएमएस एक रुटीन प्रक्रिया है। तीन माह की मीटर रीडिंग के आधार पर एसएमएस भेजे जा रहे हैं। कोई उपभोक्ता अपने स्वीकृत लोड से अधिक भार बिजली की खपत करता है और यह प्रक्रिया तीन माह तक लगातार जारी रहता है तो लोड बढ़वाना अनिवार्य हो जाता है। उपभोक्ता को भी संज्ञान में लेना चाहिए, जब लगातार तीन माह तक निर्धारित भार से ज्यादा बिजली का इस्तेमाल किया गया हो।

39 - उपकेंद्र में केवाईसी के लिए लगाए गए कैंप

90,000 - सौभाग्य योजना के तहत जारी कनेक्शन

सोनभद्र अधीक्षण अभियंता नीरज गोयल के अनुसार, मीटर रीडिंग के आधार पर ही संबंधित उपभोक्ता को संदेश भेजा जा रहा है ताकि वह लोड बढ़वा लें अन्यथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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