सोनभद्र के लोगों को मिलेगी हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा, दिसंबर तक सभी 90 टावर होंगे 4G में तब्दील
सोनभद्र में BSNL यूजर्स को जल्द ही 4G नेटवर्क की सुविधा मिलने वाली है। बीएसएनएल ने जिले के सभी 90 टावरों को दिसंबर तक 4G प्रणाली से जोड़ने का काम शुरू कर दिया है। अभी तक कई गांवों में सिर्फ 2G और 3G की ही सुविधा है। 4G सेवा से ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी ई-गवर्नेंस बैंकिंग टेली-मेडिसिन आदि सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। सोनभद्र में रहने वाले BSNL के यूजर्स को भी अब 4G नेटवर्क की सुविधा मिलेगी। इसके लिए बीएसएनएल ने 4G टावर लगाने का काम शुरू कर दिया है। जिले के सभी 90 टावरों को दिसंबर के आखिर तक 4G प्रणाली से जोड़कर उपभोक्ताओं को सेवाएं दी जाने लगेंगी।
बता दें कि अब तक कई गांवों में बीएसएनएल (BSNL) की 2 व 3G की संचार सेवाएं मिल रही हैं। वैसे, पूरे जनपद में 36 नए टावरों के माध्यम से सेलफोन धारकों को इंटरनेट की हाई स्पीड सेवा दी जानी है। इसके लिए बीएसएनएल कंपनी के उपभोक्ताओं के सेलवन पर लगातार जागरूकता के फोन भी आने लगे हैं कि वह अपने नजदीकी रिटेलर के यहां से अपना 2G व 3G का सिमकार्ड बदल लें।
सोनभद्र में सर्वे का कार्य पूरा हो गया
कई गांवों को भी डिजिटल इंडिया के तहत 4G सेवा देने के लिए (BSNL) ने कमर कसी है। इसके लिए सोनभद्र में सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब तक सिर्फ मारकुुंडी व चुर्क क्षेत्र में 4G सेवा उपलब्ध कराई गई है। पन्नुगंज पनौरा के चिचलिक गांव, कंजियारी, कनौरा व कोन, खलियारी, कचनरवां में वन विभाग से एनओसी मिलने पर 55 किमी. तक ओएफसी (ऑप्टिकल फाइबर केबल) बिछाई जाएगी, जिससे सभी टावरों को जोड़ा जाएगा।इसे भी पढ़ें- साहित्य चोरी में फंसे सहायक प्रोफेसर की Phd उपाधि छिनी, BHU की समिति की सिफारिशों पर अकादमिक परिषद की मुहर
केंद्र सरकार ने पिछले साल दी थी मंजूरी
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष देश भर के अछूते गांवों में 4G मोबाइल सेवाओं को पहुंचाने की परियोजना को मंजूरी दी है। इसमें पूर्वांचल के सोनभद्र, मिर्जापुर व चंदौली जनपद को शामिल किया गया है। यह परियोजना ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी प्रदान करने के सरकार के विजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा है। यह परियोजना मोबाइल ब्राडबैंड के माध्यम से विभिन्न ई-गवर्नेंस सेवाओं, बैंकिंग सेवाओं, टेली-मेडिसिन, टेली-एजुकेशन आदि के वितरण को बढ़ावा देगी और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार पैदा करेगी।
इस संबंध में वाराणसी परिक्षेत्र के वरिष्ठ महाप्रबंधक अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि वंचित गांवों में फोर-जी सेवा देने के लिए आप्टिकल फाइवर केबल बिछाई जानी है। सभी को ओएफसी (आप्टिकल फाइवर केबल) से जोड़ना पड़ेगा।इसे भी पढ़ें- 10 रुपये के स्टांप पर छापते थे 500 का नकली नोट, पुलिस ने पकड़ा तो बोले- Youtube से सीखा फिर छापने लगे
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