कॉलेज के बाथरूम से सटा था घर, 17 साल के किशोर ने लगा दिया खुफिया कैमरा... छात्राओं की पड़ी नजर तो उड़े होश
यूपी के सोनभद्र में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने राबर्ट्सगंज के पास एक निजी कॉलेज के बाथरूम की तरफ स्पाई कैमरा लगाने के आरोप में 17 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि मामले में कॉलेज के स्टाफ व कर्मचारी की भूमिका की जांच भी की जा रही है। अगर इसमें उनका कोई हाथ मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। पुलिस ने राबर्ट्सगंज के पास एक निजी कॉलेज के बाथरूम की तरफ स्पाई कैमरा लगाने के आरोप में 17 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार किया है।
किशोर का घर कॉलेज के बाथरूम से सटा हुआ है और उसने कैमरा अपने घर में लगवाया था। एक छात्रा की नजर शनिवार को कैमरे पर पड़ गई। इसकी सूचना मिलते ही छात्राओं ने कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। गांव के लोगों में भी आक्रोश देखा गया।
पुलिस ने छात्राओं की तहरीर पर किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसका मोबाइल फोन और कैमरा भी जब्त कर लिया है।
अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने बताया कि किशोर ने बाथरूम की ओर करके अपने घर की दीवार पर कैमरा लगवाया था। कैमरे को अपने मोबाइल फोन से जोड़ा था।
किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
जौनपुर में यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में खुफिया कैमरा
इससे पहले जौनपुर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मीराबाई हॉस्टल में खुफिया कैमरे की मौजूदगी के संदेह ने सोमवार की रात में बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया था। छात्राओं का कहना है कि वॉशरूम में खुफिया कैमरा लगाया गया है, जिससे उनकी निजता का उल्लंघन हुआ है। इस दावे से गुस्साए छात्र-छात्राओं ने शाहगंज-जौनपुर मार्ग पर कुलपति आवास के सामने सड़क जाम कर दिया था। इसे लेकर दूसरे दिन मंगलवार को भी हॉस्टल में कैमरे की जांच हुई। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि उन्हें अज्ञात नंबर से फोन कॉल और व्हॉट्सऐप मैसेज प्राप्त हुए, जिनमें आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई। कॉल करने वाले ने बातचीत करने का दबाव डाला और मना करने पर वीडियो सार्वजनिक करने की चेतावनी दी।दो छात्राओं को कथित आपत्तिजनक वीडियो भेजे गए, जिन्हें तुरंत डिलीट कर दिया गया। वीडियो देखने से पहले ही छात्राएं भयभीत हो गईं, जिससे मानसिक दबाव के कारण कुछ की तबीयत बिगड़ गई। गंभीर स्थिति में दो छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।छात्राओं के अनुसार, उन्होंने अपने मोबाइल पर ऐसा ऐप डाउनलोड किया था, जो खुफिया कैमरों का पता लगाने में मदद करता है। इस ऐप ने वॉशरूम में कैमरा होने का संकेत दिया। इसके बाद हॉस्टल में डर और अफवाह का माहौल बन गया, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पूर्वांचल विश्वविद्यालय चौकी प्रभारी संतोष यादव, सरायख्वाजा थाने के प्रभारी निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह, और सीओ सदर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कुलपति प्रो. वंदना सिंह, कुलसचिव महेंद्र कुमार, और चीफ वार्डन मनीष प्रताप सिंह ने तत्काल मौके पर पहुंचकर छात्र-छात्राओं को शांत करने की कोशिश की।
पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस यूनिट और सर्विलांस टीम की मदद से हॉस्टल और वॉशरूम की गहन जांच की, लेकिन किसी भी प्रकार का खुफिया कैमरा नहीं मिला। इसके बावजूद छात्र-छात्राओं ने इस मामले की गहन जांच और सुरक्षा में सुधार की मांग की।पुलिस ने उन अज्ञात नंबरों को ट्रेस कर लिया है, जिनसे छात्राओं को धमकी भरे कॉल और संदेश मिले थे। यह नंबर गोरखपुर के एक गांव का पाया गया है। पुलिस अब संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और मामले की तह तक जाने के लिए कार्रवाई कर रही है।मंगलवार को छात्राएं अपने कक्षाओं में लौटीं, और कक्षाएं प्रत्येक दिन की तरह शांतिपूर्वक ढंग से संचालित हो रही हैं।
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