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Sonbhadra News: ऑपरेशन के बाद बहता रहा प्रसूता का खून, मरीज को नहीं किया रेफर; संचालक अस्पताल बंद कर फरार

सोनभद्र से सटे जैत गांव की ममता यादव को बीती मंगलवार को दोपहर बाद प्रसव पीड़ा उठी तो परिवार वाले उसे कम्हारी में स्थित निजी अस्पताल में ले गए। वहां चिकित्सक और स्टाफ ने मामला गंभीर बताकर ममता का ऑपरेशन कर दिया। इसके बाद लगातार ब्लीडिंग शुरू हो गई। फिर भी प्रसूता को रेफर नहीं किया। बाद में हालत गंभीर होने पर ऑक्सीजन लगाकर वाराणसी रेफर किया गया।

By julfequar haider khan Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 24 Jul 2024 07:11 PM (IST)
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लगातार ब्लीडिंग होने से प्रसूता की मौत (प्रतिकात्मक फोटो)

संवाद सहयोगी, सोनभद्र। नगर के कम्हारी मोहाल में स्थित जीवनदीप प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत हो गई। स्वजन का आरोप है कि लापरवाहीपूर्वक उपचार करने वाले चिकित्सक ने घर वालों को गुमराह किया। प्रसूता की मौत के बाद भी उसे वाराणसी रेफर कर दिया।

जब स्वजन उसे लेकर वाराणसी स्थित चिकित्सालय पहुंचे तो वहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। तहरीर पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ऑपरेशन के बाद शुरू ब्लीडिंग नहीं रुकी

नगर से सटे जैत गांव की ममता यादव को बीती मंगलवार को दोपहर बाद प्रसव पीड़ा उठी तो परिवार वाले उसे कम्हारी में स्थित निजी अस्पताल में ले गए। वहां चिकित्सक और स्टाफ ने मामला गंभीर बताकर ममता का ऑपरेशन कर दिया। इस दौरान एक बच्ची ने जन्म लिया, जो सुरक्षित है लेकिन ममता को ऑपरेशन के बाद ही शुरू हुई ब्लीडिंग रुकी नहीं।

हालत गंभीर होने पर वाराणसी किया गया रेफर

शाम करीब चार बजे उसकी हालत गंभीर हो गई तो चिकित्सक ने उसे रक्त की कमी बताकर उसकी व्यवस्था करने के लिए परिवार वालों से कह दिया, लेकिन उसे लगातार ब्लीडिंग होने के बावजूद रेफर नहीं किया। फिर शाम करीब पांच बजे परिवार वालों को बताया कि ममता की हालत गंभीर है, इसलिए उसे आक्सीजन लगाकर वाराणसी रेफर किया जा रहा है।

वाराणसी में चिकित्सक ने घोषित कर दिया मृत

जब परिवार वाले प्रसूता को वाराणसी स्थित जीवनदीप अस्पताल ले गए तो वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव लेकर परिवार वाले देर रात करीब दो बजे घर ले आए। मृतका ममता के पति कमलेश यादव ने बताया कि डाक्टर और वहां के स्टाफ ने उपचार संबंधी कोई प्रपत्र भी नहीं दिया। कमलेश के चचेरे भाई ओमकेश यादव ने आरोप लगाया कि डाक्टर की लापरवाही से ममता की मौत हुई है।

आरोप लगाया कि ममता की मौत के बाद डाक्टर और अन्य स्टाफ ने वहां भर्ती अन्य मरीजों को दूसरी जगह भेज दिया और रातों-रात अस्पताल को बंद कर फरार हो गए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बाद होगी कार्रवाई

इस संबंध में राबर्ट्सगंज कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार राय ने बताया कि महिला की मौत के मामले में उसके पति के ओर से दी गई तहरीर के बाद शव को कब्जे में ले लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के कार्रवाई की जाएगी।

मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित

निजी अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत मामले की जांच होगी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम गठित की गई है। इसमें एक सर्जन, फिजिशियन और गाइकोनोलाजिस्ट शामिल हैं। टीम से 15 दिन में जांच रिपोर्ट तलब की गई है।

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