राबर्ट्सगंज वाया मुगलसराय रेल लाइन का हो निर्माण तो बने बात
पांच राज्यों की सीमा से सटा जनपद सोनभद्र रेल सेवा में अन्य जनपद की सेवाओं से काफी पिछड़ा हुआ हे। राबर्टसगंज-मुगलसराय वाया मधुपुर, अहरौरा के बीच नई रेल लाइन बिछाने के कार्य में हो रही बिलंब से क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त है। ऊर्जांचल से मुगलसराय के
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : पांच राज्यों की सीमा से सटा जनपद सोनभद्र रेल सेवा में अन्य जनपद की सेवाओं से काफी पिछड़ा हुआ हे। राबर्ट्सगंज, मुगलसराय वाया मधुपुर, अहरौरा के बीच नई रेल लाइन बिछाने के कार्य में हो रहे विलंब से क्षेत्रवासियों में रोष है।
ऊर्जांचल से मुगलसराय के सीधे जुड़ाव की लंबे समय से जरूरत को देखते हुए गत वर्ष के बजट में राबर्ट्सगंज से मुगलसराय वाया मधुपुर, अहरौरा, सुकृत में नई रेल लाइन बिछाने के लिए 1260 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ था। 70 किमी में इस कार्य में कच्छप गति से हो रहे कार्य पर लंबे समय से इस मांग की आवाज उठा रहे अखिल भारतीय उच्च तकनीकी शिक्षा एवं विकास समिति के अध्यक्ष व रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य एसके गौतम ने कार्यों में गति लाने की मांग की है। इस नई रेल लाइन की स्वीकृति केंद्रीय रेल राज्यमंत्री एवं संचार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार मनोज सिन्हा के व्यक्तिगत रूचि से संभव हो सका है। इस नई रेल लाइन हेतु सांसद छोटेलाल खरवार एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा भी प्रयास किया गया था। राबर्ट्सगंज, ब्लाक में आमडीह गांव में बहन के घर रक्षाबंधन पर राखी बंधवाने के लिए आए रेलमंत्री ने कहा था कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र एवं गृहमंत्री राजनाथ ¨सह का गृह क्षेत्र चकिया जल्द से सोनभद्र रेल मार्ग से जुड़ जाएगा। ऊर्जांचल वासियों को होगी सुविधा
इस रेल लाइन के निर्माण से ऊर्जांचल-शक्तिनगर एवं ¨सगरौली के रहवासी मुगलसराय व वाराणसी से जुड़ जाएंगे। जुड़ाव होने के बाद परियोजना प्रबंधनों व बड़े कारोबारियों को बहुत राहत होगी। इस जुड़ाव से गढ़वा-मुगलसराय से भी सीधा जुड़ाव होगा। मुम्बई-बेंगलुरु की दूरी भी 150-200 किमी. तक कम हो जाएगी। करैला-शक्तिनगर, गढ़वा-महदेइया दोहरीकरण कार्य में हो रहे विलंब पर क्षेत्रवासियों ने कार्यों में और गति लाने की मांग है जिससे समय सीमा के अंदर कार्य को पूरा किया जा सके।