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परंपराओं को जीवित रखने पर जोर दे रहा सोन प्रेरणा इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप, शादियों में गाएंगी ‘गारी’ और विदाई गीत

आजकल शादियों में बैंड-बाजा के शोर ने मंगल गीतों को मानो बिसार ही दिया है। हालांकि हिंदू परिवारों में शादी वाले घरों में लावा भूनने से लेकर कलेवा तक में गारी गाने की परंपरा अब आधुनिकता के साथ दोबारा कदमताल करने को तैयार है।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Wed, 24 May 2023 07:10 PM (IST)
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'गारी' गाने की परंपरा अब आधुनिकता के साथ दोबारा कदमताल करने को तैयार है।

सोनभद्र [प्रशांत शुक्ला]। आजकल शादियों में बैंड-बाजा के शोर ने मंगल गीतों को मानो बिसार ही दिया है। हालांकि, हिंदू परिवारों में शादी वाले घरों में लावा भूनने से लेकर कलेवा (बारात की विदाई से पहले सुबह का नाश्ता) तक में 'गारी' गाने की परंपरा अब आधुनिकता के साथ दोबारा कदमताल करने को तैयार है। इस भुलाई जा रही परंपरा को महिलाओं के एक समूह ने जीवित करने का बीड़ा उठाया है। सोन प्रेरणा इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप एक सांस्कृतिक दल है, जो वैवाहिक आयोजनों में गारी, विदाई गीत, हल्दी गीत, बन्ना-बन्नी गीतों के साथ ही पारंपरिक लोक नृत्य  के जरिए परंपराओं को नए सिरे से परवाज देने का प्रयास कर रहा है। 

समूह की महिलाएं शादी-विवाह के समय 'गारी' गाने से लेकर पारंपरिक वैवाहिक गायन तक का जिम्मा उठाएंगी तो बेटी के विदाई के भावुक पलों में विदाई गीत गाकर से वधू पक्ष की पलकों के कोरों को गीला भी करेंगी। 

समूह में आदिवासी समाज के लोकनृत्य करमा, झूमर, डोमचक आदि में पारंगत महिलाएं और कुछ पुरुष भी शामिल किए गए हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की मदद से सोन प्रेरणा इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप का गठन किया गया है। 

बीते 24 फरवरी को राबर्ट्सगंज स्थित डायट परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में समूह की प्रस्तुतियों ने लोगों को पुरातन परंपराओं की याद ताजा करा दी। समूह में सुमन, दुर्गावती, संतोषी, चंपा, मैना और कर्मावती सहित अन्य कलाकार शामिल हैं। 

सांस्कृतिक विभाग में कराया जाएगा रजिस्ट्रेशन

एनआरएलएम के जिला प्रबंधक एमजे रवि ने बताया कि सोन प्रेरणा इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप को सांस्कृतिक विभाग में पंजीकृत कराया जाएगा। उम्मीद है इन्हें जल्द निजी शादी-विवाह आयोजनों में अधिक काम मिलने लगेगा। प्रेरणा ग्रुप की सदस्य अपने खाली समय में अपने अन्य कार्यों में लगे रहते हैं।

पांच से लेकर 20 हजार रुपये तक का पैकेज

सोन प्रेरणा इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप में 150 सदस्यों ने अपना नाम दर्ज कराया है। इसमें महिलाओं की संख्या अधिक है। प्रत्येक समूह में सदस्यों की संख्या कम से कम सात रखी गई है। शादी में गारी गवाने के लिए कम से कम पांच हजार रुपये भुगतान करना होगा। इसमें पांच महिला सदस्य होंगी। लोक नृत्य के लिए 20 हजार रुपये का भुगतान करना होगा। इसमें 14 महिलाएं व चार पुरुष सदस्य रहेंगे। इनके आने और जाने का खर्च अलग से देना होगा।  

अब तक 17 बुकिंग, बड़े आयोजन पर निगाह

सोन प्रेरणा इवेंट मैनेजमेंट समूह ने अब तक 17 स्थानों पर कार्यक्रम किए हैं। इसमें शादी, जन्मदिन व राजनीतिक कार्यक्रम शामिल हैं। सरकारी कार्यक्रम में भी इस समूह को प्रोत्साहित किया जाएगा।

क्या है गारी

उत्तर प्रदेश और आसपास के कुछ राज्यों में वैवाहिक हंसी-ठिठोली के बीच पारंपरिक 'गारी' गायन को मंगल गायन की मान्यता है। उलाहना, ताने के बीच गीत के बोलों से हंसी-ठिठोली के बीच गीतों की चुहलबाजी 'गारी' गायन कहलाती है। अवध क्षेत्र में आयोजित होने वाले वैवाहिक आयोजनों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शुभ की मान्यता वाली 'गारी' गाने की पुरातन परंपरा आज भी जीवंत है।

एनआरएलएम के जिला प्रबंधक एमजे रवि ने बताया कि बीते 24 फरवरी को राबर्ट्सगंज स्थित डायट परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में समूह की प्रस्तुतियों ने लोगों को पुरातन परंपराओं की याद ताजा करा दी। टीम को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कृत भी किया गया था। यह समूह मांगलिक गीत एवं शादी में अन्य पारंपरिक आयोजनों का जिम्मा संभाल कर आयोजनों में पुरातन परंपराओं को  पुनर्स्थापित करने के साथ-साथ अपने लिए आय का अवसर भी पैदा कर रहा है।

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