बाणसागर के पानी से सोन नदी उफान पर
मध्यप्रदेश के शहडोल क्षेत्र में हो रही बारिश की वजह से बाणसागर डैम के 10 फाटकों से 4113.93 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : मध्यप्रदेश के शहडोल क्षेत्र में हो रही बारिश की वजह से बाणसागर डैम के 10 फाटकों से 4113.93 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। शुक्रवार को खुले फाटकों से निकला पानी शनिवार को सोनभद्र की सीमा में प्रवेश कर गया, जिसके बाद सोन के जलस्तर में पांच फुट से ज्यादा की वृद्धि शनिवार अपराह्न दो बजे तक हो गयी थी। सोन के कई नीचले तटवर्ती हिस्सों में आठ फुट तक भी वृद्धि दर्ज की गई है। इससे पहले मध्यप्रदेश के सीधी और सिगरौली में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था । शनिवार को उत्तर प्रदेश और बिहार में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है । समाचार लिखे जाने तक मध्यप्रदेश के शहडोल और अनूपपुर जनपदों में बारिश की चेतावनी जारी रही। 24 घंटे से खुले गेट के कारण बाणसागर डैम के जलस्तर में आंशिक कमी आई है । पिछले 24 घंटे में जलस्तर में नौ सेंटीमीटर की कमी हुई है। शनिवार को दिन में 12 बजे बाणसागर का जलस्तर 341.33 मीटर था। इससे पहले शुक्रवार को जलस्तर के 341.42 मीटर पहुंचने पर 10 फाटक खोल दिए गये थे, जिसके बाद शुक्रवार रात आठ बजे जलस्तर घटकर 341.35 मी. आ गया था। इससे पहले गुरुवार को बाणसागर डैम का जलस्तर 341 मीटर को पार कर गया था। बाणसागर का अधिकतम जलस्तर 341.64 होने पर डैम के फाटक खोले जाते हैं, लेकिन डैम में आ रहे लगातार पानी की वजह से पहले ही दस फाटकों को खोल दिया गया। तटीय क्षेत्रों में बढ़ा खतरा
बाणसागर से निकले पानी के सोनभद्र में पहुंचने पर तटीय गांव गोठानी, मीतापुर, चौरा, बिजौरा, बडगांव, अगोरी खास, कूड़ारी, सेमिया, घोरिया, कुरछा, चोपन, अम्माटोला, हरदी, सोनजर, चकरिया, चांचीकला, नक्सवार एवां पिडारी सहित तीन दर्जन से ज्यादा तटवर्ती गांवों में खतरा बढ़ गया है। संभावना है कि शनिवार रात तक पानी बिहार के इंद्रपुरी जलाशय तक पहुंच जाएगा। रविवार देर रात तक यह पानी पटना में गंगा तक पहुंचेगा, जिसके बाद गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि होगी।