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Obra Dam: ओबरा डैम स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव लम्बे अरसे से बंद, यात्रियों को उठानी पड़ रही है परेशानी

Obra Dam ओबरा डैम रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के नहीं रुकने से लोगों को लम्बे समय से परेशानी हो रही है। कोरोना काल के बाद से इस रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का रुकना बंद हो गया है फिर इसके बाद से ट्रेनों का ठहराव यहां नाममात्र का रह गया। ओबरा ताप विद्युत परियोजना सहित आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खासा परेशानियां उठानी पड़ रही है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sat, 22 Jul 2023 12:53 PM (IST)
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ओबरा डैम स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव लम्बे अरसे से बंद, यात्रियों को उठानी पड़ रही है परेशानी
ओबरा, जागरण संवाददाता। पूर्व मध्य रेलवे धनबाद मंडल के चोपन-सिंगरौली रेलखंड पर स्थित ओबरा डैम रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव काफी समय से बंद चल रहा है। रेलवे लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम पूरा हो जाने के बावजूद भी यहां अब तक एक भी ट्रेनों का ठहराव शुरू नहीं हो पाया है। वैश्विक महामारी कोरोना काल के बाद से ही यहां एक्सप्रेस समेत पैसेंजर गाड़ियों का ठहराव पूरी तरह से बंद हैं।

ओबरा डैम रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के नहीं रुकने से ओबरा ताप विद्युत परियोजना सहित आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खासा परेशानियां उठानी पड़ रही है। ऐसे में लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए 10 किलोमीटर दूर चोपन स्टेशन जाना पड़ता है।

ओबरा ताप विद्युत परियोजना के निर्माण के बाद से ही अस्तित्व में आया ओबरा रेलवे डैम स्टेशन काफी मामलों में परियोजना कर्मियों और क्षेत्रीय लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होता रहा है। इस रेल खंड पर यात्रियों की सुविधा के लिए कई ट्रेनों का ठहराव होता रहा है। पूर्व में ओबरा डैम रेलवे स्टेशन से हावड़ा, लखनऊ, जबलपुर, कटनी सहित झारखंड के कई हिस्सों में जाने वाली ट्रेनों का संचालन हुआ करता था।

पैदल सफर तय कर पहुंचना पड़ता है ओबरा

इतना ही नहीं फफराकुण्ड, खुलदिल रोड आदि स्टेशन से रेणुकापार के आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को ओबरा आने के लिए भी सुगम और आसान रास्ता भी उपलब्ध था, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के बाद से ही पैसेंजर ट्रेनों का संचालन ओबरा रेलवे डैम स्टेशन से ठप होने से दूर-दराज के इलाकों से आने वाले ग्रामीणों को कई किलोमीटर का पैदल सफर तय कर ओबरा पहुंचना पड़ता है। सिर्फ इतना ही नहीं ओबरा ताप विद्युत परियोजना में कार्यरत कर्मचारियों और क्षेत्रीय रहवासियों को ट्रेन पकड़ने के ओबरा से दस किलोमीटर चोपन रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है।

काम पूरा होने के बाद भी नहीं शुरू हुआ ट्रेनों का ठहराव

चोपन सिंगरौली रेल मार्ग पर चल रहा दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बावजूद अभी तक ओबरा डैम रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव शुरू नहीं हो सका है। दोहरीकरण और विद्युतीकरण के दौरान ओबरा डैम रेलवे स्टेशन का हुए कायाकल्प में स्टेशन पर नए और ऊंचें प्लेटफार्म का निर्माण कार्य कराने के साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए फुट ओवर ब्रिज का भी निर्माण कराया गया, लेकिन निर्माण कार्य के अरसा बीत जाने के बाद भी अभी तक ओबरा डैम रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव न होने से लोगों को खासा मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं।

पहले होता था इन ट्रेनों का ठहराव

ओबरा तापीय परियोजना के स्थापना के बाद से ही ओबरा डैम रेलवे स्टेशन का एक बड़ा महत्व रहा है। परियोजना के वजूद में आने के बाद से ही यहां पर करीब आधा दर्जन ट्रेनों का ठहराव होता था। इसका लाभ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर परियोजना कर्मियों और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मिलता था।

वैश्विक महामारी कोरोना के पहले ओबरा डैम रेलवे स्टेशन पर हावड़ा-जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस, सिंगरौली-शक्तिनगर-लखनऊ त्रिवेणी एक्सप्रेस, चोपन-कटनी पैसेंजर, सिंगरौली-पटना लिंक एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों का ठहराव हुआ करता था, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के लगभग खत्म हो जाने के बाद भी अब तक इन ट्रेनों का ठहराव शुरू नहीं हो पाने से यात्रियों का खासा मुश्किलें झेलनी पड़ रही है।

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