अंधेरा इस क्षणिक जीवन में क्या है तेरा..
जागरण संवाददाता सोनभद्र मधुरिमा साहित्य गोष्ठी की तरफ से आयोजित अखिल भारतीय कवि ।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मधुरिमा साहित्य गोष्ठी की तरफ से आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का 58वां वर्ष रविवार की देर शाम मनाया गया। राबर्ट्सगंज का राजा तेजबली शाह क्लब मैदान रविवार की रात कविता, गीत, गजल, छंद व शायरी की शानदार प्रस्तुतियों से गुलजार रहा। विभिन्न शहरों से आए कवियों में किसी ने हंसाया तो किसी ने देशभक्ति का जोश भरा।
संस्था के निदेशक अजय शेखर की मौजूदगी में आयोजित कवि सम्मेलन का शुभारंभ जगदीश पंथी के वाणी वंदना से हुई। दिल्ली से आए मशहूर शायर हसन सोनभद्री ने हवा में घुली खुशबू, फिजाओ में वो मस्ती है तथा किसी मछली को पानी से निकालो, मेरी चाहत का अंदाजा लगालो.. सुनाकर खूब वाहवाही लूटी।
कवि दिलीप सिंह दीपक ने अंधेरा इस क्षणिक जीवन में क्या है तेरा, क्या है मेरा सुनाया। वहीं हास्य के कवि जयराम सोनी ने चिकनी-चुपड़ी बात सुनउली आग लगउली पानी.. में सुनाकर श्रोताओं को जमकर हंसाया। रेणुसागर से चलकर आये अभय कुमार मिश्र ने हिदी.. महत्ता को अपने छंद से अलंकृत करते हुए चंदन धूप कपूर की गंध सी, प्यार लुटाती हमारी ये हिदी.. सुनाकर माहौल को नया रंग दिया। कवि प्रभात सिंह चंदेल ने राष्ट्रीय सद्भावना और देशभक्ति से ओत-प्रोत रचना जहां बहती हो अमन की गंगा खुशियों की सौगात लिए, उस हिदुस्तान में मैंने मेरा भारत महान पढ़ा। वाराणसी के धर्म प्रकाश मिश्र ने नेता को प्रणाम अभिनेता को प्रणाम देश को बेचने वाले राजनेता को प्रणाम.. सुनाकर कवि सम्मेलन को नई ऊंचाई प्रदान की। नवोदित कवयित्री जयश्री राय ने जिसके दिल का टुकड़ा गोलियों से रंग जाता है.सुनाया। वाराणसी से आये सलीम शिवालवी ने गजबै राजा विकास होत हौ, बिन पढ़ले सब पास होत हौ.. सुनाकर श्रोताओं को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया।
संचालन कर रहे कमलेश राजहंस ने बहुत दिनों पहले मेरे गांव में था वट वृक्ष महान.. के साथ एक के बाद एक प्रस्तुतियों से श्रोताओं को देश भक्ति के चासनी में डुबोकर रख दिया। इसमें सदर विधायक भूपेश चौबे, पारसनाथ मिश्र, नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र जायसवाल, डीडीओ रामबाबू त्रिपाठी, कृष्ण मुरारी गुप्ता, शुभा प्रेम, विनोद कुमार चौबे, रवींद्र केसरी, फरीद खान, विकास वर्मा, रामलखन सिंह, पंकज कनोडिया, राजेश जायसवाल, उबैद अहमद सिद्दीकी, आशीष पाठक आदि रहे।