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गढ़वा-चोपन रेलरूट के विस्तारीकरण का कार्य तेज

गढ़वा-चोपन रेलखंड के विस्तारीकरण का कार्य इन दिनों पूरे वेग में चल रहा है। दुद्धी से रेनुकूट तक के लिए नई लाइन बिछाने के कार्य को विभागीय अभियंताओं की देख रेख में अंतिम रूप दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 11 May 2019 06:52 PM (IST)
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गढ़वा-चोपन रेलरूट के विस्तारीकरण का कार्य तेज

जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : गढ़वा-चोपन रेलखंड के विस्तारीकरण का कार्य इनदिनों पूरे वेग में चल रहा है। दुद्धी से रेणुकूट तक के लिए नई लाइन बिछाने के कार्य को विभागीय अभियंताओं की देखरेख में अंतिम रूप दिया जा रहा है, जबकि दुद्धी से विढमगंज के बीच पटरी बिछाने के पूर्व समतलीकरण का कार्य को अंजाम देने में लोग लगे हैं। इसके अलावा अंडरपास, पुलिया एवं ब्रिज बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रेलवे के सूत्रों का कहना है कि 2022 तक डबल लाइन काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मिट्टी से बेस बनाने का काम लगभग समाप्ति की ओर है।

इस रेलखंड पर कई छोटे-बड़े पुल भी बनने हैं। रेलवे के काम में इनदिनों दिख रही तेजी से अनुमान लगाया जा रहा है कि 2022 तक इस रूट पर बगैर किसी रोकटोक के ट्रेनों का संचालन होने के साथ कई अन्य ट्रेनों के भी बढ़ाए जाने की संभावना जताई जा रही है। रेलवे ने मेन रूट हाबड़ा-बाम्बे-दिल्ली वाया मुगलसराय रूट पर बढ़ते भारी दबाव को देखते हुए गढ़वा-चोपन-सिगरौली रेल रूट के विस्तारीकरण की योजना बनाकर उस पर कार्य 2017 के शुरुआती माह में शुरू कर दिया। सिगल लाइन के इस रूट पर सबसे पहले विद्युतीकरण का कार्य होना था। जो गढ़वा से लेकर रेणुकूट तक फाइनल हो चुका है। इसके अलावा डबल लाइन का काम भी तेजी से चल रहा है। आधिकारिक तौर पर कार्यों का विवरण देने से कतराने वाले अभियंताओं ने संकेत दिया है कि 2022 तक इस रूट पर न सिर्फ मालवाहक बल्कि यात्री ट्रेनों की भी भरमार हो जाएगी। बताते चलें कि जब कभी हाबड़ा-मुगलसराय रूट में कोई अवरोध उत्पन्न होता है, तो उस रूट की लगभग सभी बड़ी ट्रेनों को इस रूट पर डायवर्ट कर दिया जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस रूट का विस्तारीकरण किया जा रहा है। जिससे इस रूट पर भी तेज रफ्तार वाली ट्रेनों के संचालन में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न होने पाए।

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