UP News: प्रदेश में मनरेगा का काम ठप, मजदूरों का हो रहा पलायन; 91 प्रतिशत खर्च हो गई धनराशि
केंद्र सरकार बजट में मनरेगा में आवंटित धन में इतने बड़े पैमाने पर कटौती की है कि छह माह के अंदर ही 91 प्रतिशत धनराशि खर्च हो गई है। परिणाम स्वरूप मनरेगा में लोगों को काम नहीं मिल रहा है। साथ ही पहले की मजदूरी का भुगतान नहीं हो पा रहा है। रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के सवाल पर 12 अक्टूबर को लखनऊ में सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, बभनी (सोनभद्र)। केंद्र सरकार बजट में मनरेगा में आवंटित धन में इतने बड़े पैमाने पर कटौती की है कि छह माह के अंदर ही 91 प्रतिशत धनराशि खर्च हो गई है। परिणाम स्वरूप मनरेगा में लोगों को काम नहीं मिल रहा है जो काम किया है उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के सवाल पर 12 अक्टूबर को लखनऊ में सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। यह बातें आज बभनी के विभिन्न गांवों का दौरा करने के दौरान हुई बैठकों में आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर ने कही।
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आइपीएफ की टीम ने घघरा, चवना, बैना, दंरह, आसनडीह, पोखरा, परसाटोला, बरवें, बाजिया, बभनी गांव का दौरा किया। टीम को लोगों ने बताया कि इस वर्ष भी पड़े सूखे के कारण अकाल की स्थिति हो रही है। फसल बर्बाद हो गई है और किसानों की हालत बेहद खराब है। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के बाद भी बभनी के ही शनिचर खरवार और रामेश्वर खरवार जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्ति लगाने के लिए शासन और प्रशासन तैयार नहीं है।
आदिवासी योद्धाओं को सम्मान दिलाने के लिए अभियान चलाया जाएगा और जल्द ही घघरा गांव में आदिवासी सम्मान सम्मेलन किया जाएगा। संवाद में आईपीएफ जिला सचिव इंद्रदेव खरवार, जवाहिर खरवार, सिंहलाल गोंड, सीताराम गोंड, हीरालाल खरवार आदि शामिल रहे।
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