लखनऊ-वाराणसी रूट पर दौड़ेगी बुलेट ट्रेन
संवादसूत्र, सुलतानपुर : लखनऊ-वाराणसी रेलखंड के आधुनिकीकरण का काम युद्धस्तर पर जारी है।
संवादसूत्र, सुलतानपुर : लखनऊ-वाराणसी रेलखंड के आधुनिकीकरण का काम युद्धस्तर पर जारी है। उतरेटिया से जफराबाद के बीच 271 किमी तक डबल ट्रैक बनकर तैयार हो गया है। नई रेल लाइन पर गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। इस महत्वपूर्ण रूट पर भविष्य में बुलेट ट्रेन दौड़ाने की परियोजना पर काम चल रहा है। मुंबई-हैदराबाद के बाद दिल्ली-कोलकाता वाया वाराणसी हाईस्पीड रेलगाड़ी चलाने का तानाबाना रेलवे बोर्ड बुन रहा है।
उतरेटिया-जफराबाद रेलखंड पर प्रतिदिन तकरीबन 11 जोड़ी पैसेंजर व करीब 60 जोड़ी मेल व एक्सप्रेस गाड़ियों का संचालन किया जाता है। जबकि जफराबाद से वाराणसी के बीच 14 जोड़ी पैसेंजर व 103 जोड़ी के करीब मेल एक्सप्रेस व सुपर फास्ट ट्रेनें चलती हैं। इनमें नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी, वाराणसी जम्मूतवी बेगमपुरा, हरिद्वार हावड़ा कुंभ एक्सप्रेस, वरुणा एक्सप्रेस, सुहेलदेव, श्रमजीवी, सछ्वावना व महामना एक्सप्रेस प्रमुख हैं। इसके अलावा यह रूट माल ढुलाई के ²ष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस खंड में औसतन नौ जोड़ी मालगाड़ियों की प्रतिदिन आवाजाही होती है। सहायक मंडल अभियंता मंगल यादव ने बताया कि गत फरवरी में उतरेटिया-जफराबाद रेल दोहरीकरण का काम पूरा कर लिया गया था। मौजूदा समय में नए ट्रैक पर रेल परिचालन सुचारु रूप से हो रहा है। लखनऊ मंडल कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक इस रूट पर हाईस्पीड ट्रेन चलाने के मसौदे पर काम चल रहा है। गत वर्ष स्पेन की कंपनी इनको टिप्सा आइसीटी ने सर्वे करने के बाद हाईस्पीड परियोजना की रिपोर्ट रेल कॉरपोरेशन को सौंपी थी।
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यह स्टेशन होंगे हाईस्पीड परियोजना में शामिल
दिल्ली से वाराणसी तक का रूट 720 किमी लंबा होगा। प्रथम चरण में इन दोनों महानगरों के बीच हाईस्पीड ट्रैक बिछाने की योजना है। दिल्ली से वाराणसी पहुंचने में बुलेट ट्रेन को 3 घंटे से भी कम समय लगेंगे। दिल्ली से छूटने के बाद बुलेट ट्रेन का ठहराव ग्रेटर नोएडा, अलीगढ़, लखनऊ, सुलतानपुर, जौनपुर व वाराणसी में होगा।