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पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा औद्योगिक गलियारा, बाराबंकी और गाजीपुर समेत इन जिलों में भूमि चिह्नित

Purvanchal Expressway पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनने से प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गाजीपुर तक का सफर जहां सुहाना हो गया वहीं इस पर हवाई पट्टी बनाकर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने वायुसेना को दुश्मन देशों से मुकाबले के लिए बड़ी सुविधा प्रदान की। हाल ही में इस पर जंगी जहाजों के अभ्यास के साक्षी यहां के लोग बने।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Sun, 02 Jul 2023 01:46 PM (IST)
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पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा औद्योगिक गलियारा, बाराबंकी और गाजीपुर समेत इन जिलों में भूमि चिह्नित
अजय सिंह, सुलतानपुर: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनने से प्रदेश की राजधानी से गाजीपुर तक का सफर जहां सुहाना हो गया, वहीं इस पर हवाई पट्टी बनाकर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने वायुसेना को दुश्मन देशों से मुकाबले के लिए बड़ी सुविधा प्रदान की।

हाल ही में इस पर जंगी जहाजों के अभ्यास के साक्षी यहां के लोग बने। इतना ही नहीं, जिन काश्तकारों की भूमि ली गई, मुआवजे की रकम से उनके दिन भी बदल गए। अब औद्योगिक गलियारा विकसित कर रोजगार के अवसर मुहैया करने की तैयारी है।

नवंबर 2021 में पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन

इसके लिए बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़ व गाजीपुर में भूमि चिन्हित की जा चुकी है। एक्सप्रेसवे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 नवंबर 2021 को यहां अरवल कीरी करवत में बनी हवाई पट्टी से किया था। तत्समय उन्होंने इसे पूर्वांचल की तरक्की का द्वार बताया था। कई मायनों में यह बात सही भी साबित हो रही है।

आवागमन सुगम होने से गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, बलिया, अंबेडकरनगर, सुलतानपुर, अयोध्या, बाराबंकी के लोगों के लिए लखनऊ तक कार्य-व्यवसाय काफी आसान हो गया। इतना ही नहीं, कानपुर, दिल्ली, आगरा तक पहुंच भी सुगम हुई है।

औद्योगिक गलियारा से खुलेगा रोजगार का मार्ग

शायद यही कारण है कि प्रदेश सरकार अब इसी के किनारे औद्योगिक गलियारा विकसित करने जा रही है। प्रत्येक के लिए सौ से दो सौ हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता बताई गई थी, इसके लिए संबंधित जिलों में जमीन भी चिन्हित कर ली गई है।

गलियारा विकसित होने से एक ओर जहां औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी, वहीं बड़ी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी का इंतजाम भी हो सकेगा। एडीएम वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि यहां चार स्थलों को चिन्हित कर सूचना शासन को भेज दी गई है। वहां से मार्गदर्शन मिलने के बाद अग्रिम प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

इन जिलों में भूमि चिह्नित

बाराबंकी - शुकुलपुर

अमेठी - हुसैनपुर, पूरे दयागीर, कांकरटोला

सुलतानपुर - रहाइकपुर, धुंधू, कारेबन और कलवारी बाग

आजमगढ़ - खुखुरीपुर गाजीपुर-केलाही, महिपालपुर

9 जिलों को जोड़ता है यह एक्सप्रेसवे

341 किलोमीटर है एक्सप्रेसवे की लंबाई

22497 करोड़ परियोजना की कुल लागत

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