प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों ने तीखी नोकझोंक में आपा खो बैठे कोतवाल, खुद ही फाड़ ली अपनी वर्दी
यूपी के सुलतानपुर में डीएपी सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने जा रहे प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों की पुलिस से उस समय तीखी नोकझोंक हो गई जब उन्हें कलेक्ट्रेट में प्रवेश नहीं दिया गया। गेट को बंद करा दिया गया। इसे लेकर कोतवाल नगर नागर मुनि सिंह से लोगों की झड़प हो गई। कोतवाल अपना आपा खो बैठे। उन्होंने अपने हाथों से ही अपनी वर्दी फाड़ दी।
जागरण संवाददाता, सुलतानपुर। डीएपी सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने जा रहे प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों की पुलिस से उस समय तीखी नोकझोंक हो गई जब उन्हें कलेक्ट्रेट में प्रवेश नहीं दिया गया। गेट को बंद करा दिया गया। इसे लेकर कोतवाल नगर नागर मुनि सिंह से लोगों की झड़प हो गई। कोतवाल अपना आपा खो बैठे। उन्होंने अपने हाथों से ही अपनी वर्दी फाड़ दी। इससे प्रदर्शन कर रहे लोगों का गुस्सा बढ़ गया।
जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में वह सभी कलेक्ट्रेट के सामने ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद अयोध्या-प्रयागराज मार्ग उन्हें मनाने का ड्रामा एक एक घंटे से अधिक समय तक चलता रहा। कांग्रेसी कोतवाल नगर से माफी मांगने की मांग करने लगे।
ज्ञापन देकर समाप्त किया धरना
एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, सीओ प्रशांत सिंह उन्हें समझाते रहे, लेकिन प्रदर्शनकारी मानने को तैयार नहीं थे। अंत में एसडीएम व सीओ ने 18 नवंबर को डीएम से संबंधित अधिकारियों से वार्ता कराने व कोतवाल नगर के प्रकरण में एसपी से कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। तब लोगों ने उन्हें ज्ञापन देकर धरना समाप्त किया।लोकसेवा आयोग के समक्ष प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा
जागरण संवाददाता, सुलतानपुर। प्रयागराज में लोकसेवा आयोग के समक्ष यूपीपीसीएस व आरओ- एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा को एक ही शिफ्ट में कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र- छात्राओं पर की गई पुलिस लाठी चार्ज की एसएफआई ने निंदा की है। जारी बयान में संगठन के पदाधिकारियों ने मांगों का समर्थन किया है। संगठन के प्रदेश सचिव विवेक विक्रम सिंह ने कहा कि यूपीपीसीएस और आरओ-एआरओ परीक्षाओं में लगातार हो रही धांधली को लेकर हजारों की संख्या में परीक्षार्थी लोकसेवा आयोग के कार्यालय के सामने साेमवार से प्रदर्शन कर रहे हैं। वह सभी आरओ-एआरओ और यूपीपीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा को दो दिन - दो पाली में कराने और नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया कर के परिणाम देने के खिलाफ़ आवाज उठा रहे हैं। उन पर पुलिस द्वारा लाठी चलाना निंदनीय है।
संगठन के जिला उपाध्यक्ष दुर्गेश यादव ने कहा कि परीक्षा को पूरी तरह पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया जाना चाहिए। जिला संयुक्त सचिव पीयूष वर्मा ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को तत्काल रिहा किया जाए। छात्रों पर किसी भी प्रकार के मुकदमे संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा और आरपार के संघर्ष के लिए बाध्य होगा ।
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