UPPCL: गलत बिजली बिल व कटौती से अब मिलेगा छुटकारा, लाखों घरों में लगाए जा रहे प्रीपेड मीटर; मिलेंगे कई लाभ
UPPCL यूपी में बिजली विभाग ने प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है। सुलतानपुर में करीब साढ़े चार लाख उपभोक्ताओं के घरों प्रतिष्ठानों फीडरों और ट्रांसफार्मरों पर प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। इससे गलत बिजली बिल हर महीने रीडिंग कराने की परेशानी और ब्याज या विलंब शुल्क से मुक्ति मिलेगी। उपभोक्ता घर बैठे मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे और बिजली दर में दो प्रतिशत की छूट भी मिलेगी।
संवाद सूत्र, सुलतानपुर। बिजली विभाग ने प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है। सुलतानपुर प्रथम, द्वितीय, कादीपुर, जयसिंहपुर और लंभुआ डिवीजनों के करीब साढ़े चार लाख उपभोक्ताओं के घरों, प्रतिष्ठानों, फीडरों और ट्रांसफार्मरों पर प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।
पोलारिस स्मार्ट मीटर प्राइवेट लिमिटेड जयपुर को इसका टेंडर मिला है। कार्यदायी संस्था ने सरयू स्मार्ट मीटरिंग प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ से मीटर लगाने का अनुबंध किया है। अगले 27 माह कार्य पूरा करने का अनुबंध हुआ है।
शाहगंज से शुरू हुआ मीटर लगाने का कार्य
कार्यदायी संस्था के सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर शाहगंज से लगाना शुरू कर दिया गया है। अब तक 51 उपभोक्ताओं के यहां और 15 फीडर पर मीटर लगाए गए हैं। मीटर लगाने का कार्य जारी है।घरों के बाहर लगाए जाएंगे मीटर, रुपये मांगने पर करें शिकायत
वर्तमान कनेक्शन पर नया मीटर लगाने और पुराना मीटर हटाने का काम निश्शुल्क किया जाएगा। सभी नए मीटर घर के बाहर लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर लगाने पर यदि कोई रुपये मांगता है, तो बिजली विभाग के टोलफ्री नंबर 1912 पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएं।
प्रीपेड मीटर से ये होंगे फायदे
- गलत बिजली बिल से मिलेगा छुटकारा
- हर माह रीडिंग कराने से मिलेगी निजात
- बिजली बिल पर लगने वाले ब्याज या विलंब शुल्क नहीं लगेगा
- किरायेदार और मकान मालिक के बीच बिल को लेकर हो रहे विवाद से छुटकारा
- उपभोक्ता पर भारी बकाया होने की समस्या से मिलेगी राहत
- घर बैठे मीटर को रिचार्ज करने की होगी सुविधा
- बिजली दर में दो प्रतिशत की मिलेगी छूट
- बजट के अनुसार उपभोक्ता बिजली खर्च पर खुद कर सकेंगे नियंत्रण
- सोलर पैनल और ईवी चार्जिंग के लिए नहीं बदलना होगा मीटर
- फाल्ट व सप्लाई बाधित होने पर तुरंत होगी जानकारी
- स्मार्ट मीटर डाटा के आधार पर भविष्य में व्यवस्था में सुधार के लिए योजना बनाने में होगी आसानी
पांच वर्ष का डाटा रहेगा सुरक्षित
सहायक अभियंता मीटर प्रथम अंजनी नंदन ने बताया कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर में पांच वर्ष का डाटा सर्वर में सुरक्षित रहेगा। यह मीटर ऑटो कनेक्ट और आटो डिस्कनेक्ट है। इसकी रीडिंग सर्वर में आनलाइन उपलब्ध रहती है।इसे भी पढ़ें: यूपी में मंकीपाक्स की स्क्रीनिंग के लिए जिलों में बनाई गईं टीमें, दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों की होगी जांच
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