परिवार के खिलाफ चुनाव प्रचार में नहीं उतरेंगे राहुल-प्रियंका, सुलतानपुर सीट पर वरुण गांधी की एंट्री
सुलतानपुर लोकसभा सीट से वरुण गांधी सांसद निर्वाचित हुए थे। वर्तमान में उनकी मां मेनका गांधी सांसद हैं। पार्टी ने एक बार फिर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है। अब जबकि धीरे-धीरे चुनाव मतदान की ओर बढ़ रहा है ऐसे में अब तक किसी बड़े नेता का चुनावी कार्यक्रम नहीं हो सका। मेनका गांधी संगठन कार्यकर्ताओं और खुद के बूते चुनाव मैदान में डटी हैं।
अजय सिंह, सुलतानपुर। सुलतानपुर लोकसभा सीट से वरुण गांधी सांसद निर्वाचित हुए थे। वर्तमान में उनकी मां मेनका गांधी सांसद हैं। पार्टी ने एक बार फिर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है। अब जबकि धीरे-धीरे चुनाव मतदान की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में अब तक किसी बड़े नेता का चुनावी कार्यक्रम नहीं हो सका। मेनका गांधी संगठन, कार्यकर्ताओं और खुद के बूते चुनाव मैदान में डटी हैं।
वहीं, इस बार चुनाव मैदान से बाहर वरुण गांधी भी यहां नहीं आए। हालांकि, अब यह पता चला है कि प्रचार के अंतिम दिन वह मां के चुनावी अभियान को धार देने आ सकते हैं। इसको लेकर भीतरखाने तैयारी चल रही है। वहीं, पड़ोस के जिलों में सक्रिय राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाड्रा गठबंधन में शामिल होने के बावजूद जिले से दूरी बनाए हुए हैं। यह क्षेत्र अमेठी से लगा है।
अमेठी में स्मृति इरानी फिर मैदान में
वहां भाजपा से वर्तमान सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी लड़ रही हैं जबकि उनके मुकाबले पहली बार गांधी परिवार का कोई सदस्य नहीं है। हालांकि, उस परिवार के करीबी केएल शर्मा ताल ठोंक रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जहां गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेताओं की सभा हो चुकी है।वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा व सपा मुखिया अखिलेश यादव भी चुनावी सभा व रोड शो कर चुके हैं। इससे अधिक चुनावी ताप रायबरेली का रहा, जहां सत्ता पक्ष व विपक्ष के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा रहा। वहीं, सुलतानपुर में अब तक सपा मुखिया अखिलेश यादव को छोड़कर किसी बड़े नेता का कार्यक्रम नहीं हो सका। हालांकि, 22 मई को मुख्यमंत्री योगीनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती की जनसभा प्रस्तावित है।
आइएनडीआइए गठबंधन होने के बावजूद अखिलेश यादव शनिवार को अकेले ही यहां जनसभा करने आए थे। जानकार बताते हैं कि गांधी परिवार का केंद्र बिंदु अमेठी व रायबरेली है। पिछले चुनाव में राहुल गांधी ने यहां सभा की थी, लेकिन इस बार वह भी नहीं आए।
असल में कारण जो भी हों, लेकिन लोगों को यह कहने का मौका मिल गया है कि यहां मेनका गांधी के चुनाव लड़ने से गांधी परिवार का कोई भी सदस्य उनके विरुद्ध चुनाव प्रचार करने नहीं आएगा।
वहीं, मेनका भी उस परिवार पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने से बचती हैं। चाहे वह चुनावी सभा हो या फिर व्यक्तिगत बातचीत। यही वजह है कि यहां चुनावी पारा अमेठी-रायबरेली जितना नहीं बढ़ पाया। इस बीच पता चला है कि मां के चुनावी अभियान को गति देने के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यानि 23 मई को वरुण गांधी यहां आएंगे।उनके कार्यक्रम को लेकर रूपरेखा तैयार की जा रही है। संभावना है कि सभी विधानसभाओं में वह चुनावी सभा करेंगे। हालांकि, सांसद मेनका गांधी के प्रतिनिधि रणजीत कुमार का कहना है कि अभी कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है।
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