यहां 70 से अधिक मुर्दों को भेजा रहा है राशन, इंसानों को पड़ रही कमी; विभाग का नया कारनामा आया सामने
यमलोक में भी खाद्यान्न संकट! सुलतानपुर के गरवां ग्राम पंचायत में 70 से अधिक मृतकों के नाम पर वर्षों से राशन डकारा जा रहा है। पूर्ति विभाग के कागजात भी यही बता रहे हैं। वर्तमान प्रधान ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। प्रतिवर्ष आठ लाख से अधिक की चपत मृतकों के नाम पर उठाए जा रहे राशन से सरकारी खजाने को लगाई जा रही है।
संजय तिवारी, सुलतानपुर। अनाज की कमी से धरती पर इंसान ही नहीं परेशान है। यमलोक में भी खाद्यान्न का संकट आ गया है। शायद इसीलिए आपूर्ति खाद्य एवं रसद विभाग मृतकों के नाम राशन वहां तक पहुंचा रहा है। यह जानकर, सुनकर किसी को भी हैरानी होगी, लेकिन विभाग का कारनामा ही कुछ ऐसा ही है।
गंभीर मामला लंभुआ तहसील के गरवां ग्राम पंचायत का है। यहां से एक दो नहीं, 70 से अधिक मृतकों के नाम वर्षों से राशन डकारा जा रहा है। अन्य गांवों के मृतकों के भी शामिल होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
समर बहादुर सिंह व रूबी सिंह की मौत दो वर्ष पहले हुई, लेकिन राशन कार्ड से उनका नाम नहीं हटाया गया। अभी तक वह दोनों राशन लेते दिखाए जा रहे हैं। राजमणि सिंह की मृत्यु तीन वर्ष पहले हो चुकी है। प्रसिद्ध नारायण साढ़े तीन, सुमिंत्र ढाई, लखपति तीन, राम शिरोमणि दो, राम प्रसाद वर्मा ढाई, केशा देवी, चिनी लाल व हीरालाल 16 माह पहले परलोकवासी हो चुके हैं।
ये कुछ नाम उन्हीं में से हैं, जो यमलोक जाने के बाद यहां के खाद्यान्न ले रहे। पूर्ति विभाग के कागजात यही बता रहे हैं। गांव के वर्तमान प्रधान ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। वह कहते हैं कि मृतक व्यक्ति राशन कैसे ले सकता है। यह तो बड़े स्तर पर अनियमितता की जा रही है।
प्रतिवर्ष आठ लाख से अधिक की चपत मृतकों के नाम पर उठाए जा रहे राशन से सरकारी खजाने को लगाई जा रही है। इसके अतिरिक्त गरीबों को मिलने वाले निश्शुल्क खाद्यान्न पर डाका डालने वाले कई अन्य रास्तों के माध्यम से भी राशन को डकारने में लगे हैं। यह कार्य केवल एक व्यक्ति का नहीं है। इसमें पूरी व्यवस्था यानि अफसर व कोटेदार सभी मिले हुए लगते हैं।
प्रकरण की जांच के लिए डीएम से की मांग
गरवां के प्रधान नीरव सिंह ने कहा कि जब उनकी जानकारी में यह मामला आया तो उन्हें बड़ा आश्चर्य हुआ कि यह कैसे हो सकता है। अपने स्तर पर इसकी पुष्टि की। अब साक्ष्याें के साथ प्रकरण की जांच के लिए डीएम को पत्र दिया हूं। बड़े स्तर पर गरीबों के राशन पर डाका डाला जा रहा है। राजस्व को भी हानि पहुंचाई जा रही है। अधिकारी अपने दायित्व का निर्वहन नहीं कर रहे हैं।
इस संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है। इसकी जांच कराई जाएगी। शिकायत सही पाए जाने पर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई अवश्य होगी। - कृत्तिका ज्योत्स्ना, जिलाधिकारी
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