Road Accident : बाइक से घर लौट रहे थे दो युवक, रास्ते में आ गई एक महिला; इसके बाद जो हुआ- गांव में आग की तरह फैल गई खबर
कृष्णा अपने माता पिता इकलौता पुत्र व तीन बहनों सुनीता किरन राधिका का इकलौता भाई था।पिता की तेरह वर्ष पहले मौत हो चुकी थी। माता रूपलता ने मेहनत मजदूरी कर बच्चों को पाला पोशा था। इकलौते बेटे की मौत से माँ रूपलता बदहवास होकर कभी बेटे के शव व पुत्रियों को देख रोती रही। मां को रोता देख लोगों की आंखों में आंसू आ गए।
संवाद सूत्र, जयसिंहपुर/सुल्तानपुर। हालापुर बिरसिंहपुर मार्ग पर पहाड़पुर गाँव मोड़ के पास सड़क क्रास कर रही महिला को बचाने के चक्कर में बाइक सवार युवकों की मोटरसाइकिल सड़क किनारे स्थित पेड़ से जा टकरायी। जिससे दोनों युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में दोनों की मौत हो गयी।
दूसरे गांव से लौट रहे थे अपने घर
बहरी गांव निवासी अमित निषाद व कृष्णा दोनों आपस में मित्र थे दोनों युवक शुक्रवार को अमित निषाद की बुआ के घर दोस्तपुर के ओलेपुर गाँव गये थे। दोनों युवक वहां से अपने घर लौट रहे थे वे हालापुर बिरसिंहपुर मार्ग पर पहाड़पुर गाँव के पास पहुँचे थे कि तभी सड़क क्रास कर रही महिला को बचाने के चक्कर मे उनकी बाइक सड़क किनारे पेड़ से जा टकरायी जिससे दोनोँ गम्भीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस से घायलों को बिरसिंहपुर अस्पताल पहुँचाया जहां से दोनों घायलों को अम्बेडकरनगर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान कृष्णा निषाद की मौत हो गयी जबकि शनिवार की भोर अमित निषाद की इलाज के दौरान मौत हो गयी।
हेलमेट पहने होते जो बच जाती जान
मालूम हो कि दोनों युवकों ने हेमलेट नही पहना था बिरसिंहपुर अस्पताल के चिकित्सक आफताब रजा ने बताया कि दोनों युवकों के सिर में गम्भीर चोट लगी थी। यदि हेलमेट पहने होते तो उनकी जान बच सकती थी।
एक का किया अंतिम संस्कार दूसरे के पिता के आने का इंतजार
शनिवार की शुबह कृष्णा का गाँव के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया जब कि दूसरे युवक अमित के पिता रामजतन निषाद रोजी रोटी के सिलसिले में चंडीगढ़ में हैं। परिजन शव को घर पर रख उनके आने का इंतजार कर रहें हैं। उनके रविवार की शुबह आने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।