जिस मोची से मिले थे राहुल गांधी उनका संसद में भी किया जिक्र, बोले- उन्होंने मुझसे कहा था कि पिता के अलावा मेरा किसी ने सम्मान नहीं किया
राहुल गांधी ने संसद में कहा कि वह जिस मोची से मिले थे। उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे इस बात की टीस होती है कि समाज में मेरे पिता के अलावा मेरा किसी ने सम्मान नहीं किया। वहीं राहुल का इशारा उस तरफ था कि मौजूदा दौर में दबे कुचले लोगों की समाज में कोई इज्जत नहीं है। राहुल ने मोची को सिलाई मशीन भी भेजी थी।
संवादसूत्र, कूरेभार (सुलतानपुर) विधायक नगर चौराहे के पास गुमटी में दुकान करने वाले मोची रामचेत के बारे में बीते शुक्रवार तक शायद ही कोई जानता हो, लेकिन अचानक उनकी दुकान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पहुंचने पर वह इन दिनों लगातार चर्चा में हैं।
सोमवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सुलतानपुर के इस मोची का जिक्र किया। बोले कि कुछ दिन पहले मैं उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर गया था। अयोध्या- प्रयागराज मार्ग पर दुकान पर बैठे मोची राम चेत से मुलाकात की तो उन्होंने मेरे सवाल के जवाब में कहा कि मुझे इस बात का दर्द होता है कि पिता से ज्यादा मेरा किसी ने सम्मान नहीं किया। राहुल गांधी का इशारा समाज में रहने वाले दबे-कुचले लोगों को बराबरी का दर्जा मिलने की ओर था।
राहुल ने मोची के साथ की थी सिलाई
मालूम हो कि बीते शुक्रवार को राहुल गांधी एमपी-एमएलए न्यायालय में पेशी पर आए थे। लौटते वक्त उन्होंने मोची की दुकान पर रुककर काम के बारे में जानकारी ली थी। साथ ही उनकी व्यथा सुनकर खुद भी चप्पल की सिलाई की थी। रोजगार को गति मिलने के लिए रामचेत ने सिलाई मशीन की जरूरत बताई थी, जो शनिवार को राहुल गांधी की टीम ने उपलब्ध करा दिया। इसके बाद रविवार को प्रशासनिक महकमे में भी सक्रियता आई। उसने आवास व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।