Sultanpur: बहन की शादी के लिए सामान खरीदने जा रहे युवकों की सड़क हादसे में मौत, मातम में बदल गईं खुशियां
सुबरन दास पड़ोस में रहने वाले चचेरे भाई रमेश कुमार को बाइक पर बैठाकर बिरसिंहपुर बाजार शादी का सामान खरीदने जा रहे थे। दोनों मकरही गांव के पास पहुंचे थे तभी आगे जा रहे ट्रैक्टर के चालक ने एकाएक ब्रेक लगा दी जिससे बाइक ट्राली में पीछे से भिड़ गई। मौके पर जमा लोगों ने उनको बिरसिंहपुर संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया जहां चिकित्सक ने सुबरन दास को मृत घोषित कर दिया।
संवाद सूत्र, जयसिंहपुर (सुलतानपुर)। बहन की शादी के लिए सामान खरीदने जा रहे दो युवकों की सड़क हादसे में मौत हो गई। इससे शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। दुर्घटना गुरुवार की रात हलियापुर-बेलवाई मार्ग पर हुई।
खोजापुर उपत्ती निवासी मोतीलाल की पुत्री अमिता का विवाह शुक्रवार को होना तय था। इसकी तैयारी में परिवार के सभी लोग व्यस्त थे। गृहस्वामी के छोटे भाई प्रेमदास के पुत्र सुबरन दास पड़ोस में रहने वाले चचेरे भाई रमेश कुमार को बाइक पर बैठाकर बिरसिंहपुर बाजार शादी का सामान खरीदने जा रहे थे।
दोनों मकरही गांव के पास पहुंचे थे, तभी आगे जा रहे ट्रैक्टर के चालक ने एकाएक ब्रेक लगा दी, जिससे बाइक ट्राली में पीछे से भिड़ गई। इससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर जमा लोगों ने उनको बिरसिंहपुर संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने सुबरन दास को मृत घोषित कर दिया। साथ ही रमेश की गंभीर हालत देखते हुए अंबेडकरनगर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिवारजन उनको एंबुलेंस से लेकर जा रहे थे कि रास्ते में ही सांसें थम गईं। कोतवाल प्रेमचन्द्र सिंह ने बताया कि कोई तहरीर नहीं मिली है।
मातम में बदलीं शादी की खुशियां
महिलाएं विवाह के मंगल गीत गा रही थीं, तो रिश्तेदार तथा अन्य लोग बरातियों के स्वागत की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच पहुंची दुर्घटना की खबर ने सबको झकझोर दिया। विवाह गीत की जगह करुण क्रंदन गूंजने लगा। अमिता का रुदन सुनकर हर कोई द्रवित हो गया। सभी के मुंह से बस एक ही शब्द निकल रहा था कि यह क्या हो गया।
पहले होते हेलमेट तो बच सकती थी जान
शासन-प्रशासन बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। साथ ही कार्रवाई भी हो रही है। इसके बाद भी लोगों को अपनी जान की फिक्र नहीं है। पुलिस का कहना है कि दोनों बाइक सवारों ने हेलमेट पहन रखा होता तो शायद जान बच जाती। कारण सिर में चोटें आने के कारण ही मौत की बात प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रही है।