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UPPCL: बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई, बिल बकाया होने पर 74 कनेक्शन काटे; वसूले साढ़े दस लाख

UP Electriicty शुक्लागंज में बिजली बिल बकाया होने के कारण 74 बकाएदारों के कनेक्शन काटे गए हैं। इस अभियान में 10.45 लाख रुपये का राजस्व भी वसूला गया है। इसके अलावा शुक्लागंज के कई इलाकों में 7 घंटे बिजली बंद रहेगी। वहीं नगर निकायों में कूड़ा निस्तारण के लिए बनाए गए एमआरएफ सेंटर बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण बंद पड़े हैं।

By anil awasthi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 24 Nov 2024 09:59 AM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
संवाद सहयोगी, शुक्लागंज। नगर में बिल बकाया होने को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत शनिवार को शुक्लागंज के प्रेमनगर, गांधीनगर, नेतुआ, ऋषिनगर, राजधानी मार्ग, सरैया, चंपापुरवा आदि जगहों पर 74 बकाएदारों के बिजली कनेक्शन काटे गए हैं।

विद्युत विभाग के एसडीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि विद्युत बकाए को लेकर चलाए गए अभियान में 74 विद्युत बकाएदारों के जहां कनेक्शन काटे गए हैं। वहीं, 10.45 लाख रुपये का राजस्व भी वसूला गया है। अभियान के दौरान विद्युत टीम में जेई अक्षय तिवारी, आशुतोष तिवारी, वीरेंद्र, महेंद्र, चंदन, शिवम, रोहित, अमित, महेश, सचिन, उत्तम, अजय व गुलजार शामिल रहे।

आज सात घंटे बंद रहेगी बिजली

शुक्लागंज : 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र गंगाघाट से पोषित शक्तिनगर फीडर व मिश्रा कालोनी फीडर से संबंधित अहमदनगर, चंपापुरवा, गोताखोर, मिश्रा कालोनी मुहल्लों में जर्जर तार बदलकर उनकी जगह एबीसी केबल डाले जाने का कार्य कराया जाना है। जिसके चलते 24 नवंबर दिन रविवार को पूर्वान्ह 11 बजे से लेकर शाम छह बजे तक इन क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी। यह जानकारी अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय उन्नाव ने दी है।

सालों बाद नहीं हुआ बिजली कनेक्शन, शोपीस बने एमआरएफ सेंटर

नगरीय क्षेत्रों में प्रतिदिन निकलने वाले कचरे की समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने तीन नगर पालिका और 16 नगर पंचायतों में एमआरएफ सेंटर के सिर्फ निर्माण पर छह करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की। बीते तीन वर्षों से यह सेंटर तैयार हैं।

अधिकांश में 10-15 लाख रुपये खर्च करके मशीनें भी लगा दी गई हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इनके संचालन के लिए अधिकांश पर बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ। नतीजा मशीनें शोपीस बनी हुई हैं। नगर से निकलने वाला सूखा और गीला कूड़ा अलग अलग एकत्र करने के बाद भी खुले मैदान में एक साथ डंप किया जा रहा है। और जिम्मेदार अधिकारी बिजली के कनेक्शन कराने की जगह केवल पत्राचार तक सीमित हैं।

दृश्य एक

गंजमुरादाबाद नगर पंचायत क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए वर्ष 2021 में 33.67 लाख रुपये की लागत से एमआरएफ सेंटर (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) का निर्माण तो करा दिया गया। लेकिन बिजली का कनेक्शन अब तक नहीं हुआ।जिससे उसका संचालन शुरू नहीं हुआ। नतीजा नगर से निकलने वाला कचरा खुले में डंप ृपड़ा रहता है।

दृश्य दो

नगर पंचायत फतेहपुर चौरासी में करीब तीन साल पहले करीब 32 लाख रुपये की लागत एमआरएफ सेंटर बनाया गया। कुछ समय बाद करीब 16 लाख रुपये से इसके लिए मशीनें भी ले ली गई। लेकिन अब तक सेंटर में बिजली कनेक्शन का कनेक्शन नहीं हो सका है। अधिकारी भी पत्राचार तक सीमित हैं। वहीं सेंटर शोपीस बना है।

दृश्य तीन

नगर पंचायत पुरवा में तीन वर्ष पूर्व 33 लाख रुपये की लागत से एमआरएफ सेंटर का निर्माण हुआ था, लेकिन अभी तक बिजली कनेक्शन नहीं हो सका। जिससे सेंटर बंद पड़ा है। ईओ संदीप कुमार कहते हैं कि कई बार कनेक्शन के लिए प्रयास किया लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली। उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है। 

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