UPPCL: बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई, बिल बकाया होने पर 74 कनेक्शन काटे; वसूले साढ़े दस लाख
UP Electriicty शुक्लागंज में बिजली बिल बकाया होने के कारण 74 बकाएदारों के कनेक्शन काटे गए हैं। इस अभियान में 10.45 लाख रुपये का राजस्व भी वसूला गया है। इसके अलावा शुक्लागंज के कई इलाकों में 7 घंटे बिजली बंद रहेगी। वहीं नगर निकायों में कूड़ा निस्तारण के लिए बनाए गए एमआरएफ सेंटर बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण बंद पड़े हैं।
संवाद सहयोगी, शुक्लागंज। नगर में बिल बकाया होने को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत शनिवार को शुक्लागंज के प्रेमनगर, गांधीनगर, नेतुआ, ऋषिनगर, राजधानी मार्ग, सरैया, चंपापुरवा आदि जगहों पर 74 बकाएदारों के बिजली कनेक्शन काटे गए हैं।
विद्युत विभाग के एसडीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि विद्युत बकाए को लेकर चलाए गए अभियान में 74 विद्युत बकाएदारों के जहां कनेक्शन काटे गए हैं। वहीं, 10.45 लाख रुपये का राजस्व भी वसूला गया है। अभियान के दौरान विद्युत टीम में जेई अक्षय तिवारी, आशुतोष तिवारी, वीरेंद्र, महेंद्र, चंदन, शिवम, रोहित, अमित, महेश, सचिन, उत्तम, अजय व गुलजार शामिल रहे।
शुक्लागंज : 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र गंगाघाट से पोषित शक्तिनगर फीडर व मिश्रा कालोनी फीडर से संबंधित अहमदनगर, चंपापुरवा, गोताखोर, मिश्रा कालोनी मुहल्लों में जर्जर तार बदलकर उनकी जगह एबीसी केबल डाले जाने का कार्य कराया जाना है। जिसके चलते 24 नवंबर दिन रविवार को पूर्वान्ह 11 बजे से लेकर शाम छह बजे तक इन क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी। यह जानकारी अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय उन्नाव ने दी है।
आज सात घंटे बंद रहेगी बिजली
सालों बाद नहीं हुआ बिजली कनेक्शन, शोपीस बने एमआरएफ सेंटर
नगरीय क्षेत्रों में प्रतिदिन निकलने वाले कचरे की समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने तीन नगर पालिका और 16 नगर पंचायतों में एमआरएफ सेंटर के सिर्फ निर्माण पर छह करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की। बीते तीन वर्षों से यह सेंटर तैयार हैं।
अधिकांश में 10-15 लाख रुपये खर्च करके मशीनें भी लगा दी गई हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इनके संचालन के लिए अधिकांश पर बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ। नतीजा मशीनें शोपीस बनी हुई हैं। नगर से निकलने वाला सूखा और गीला कूड़ा अलग अलग एकत्र करने के बाद भी खुले मैदान में एक साथ डंप किया जा रहा है। और जिम्मेदार अधिकारी बिजली के कनेक्शन कराने की जगह केवल पत्राचार तक सीमित हैं।
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