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UP Flood: गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी, कटरी के इलाकों में मची खलबली; पलायन की तैयारी में कई घरों के लोग

बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में गंगा का जलस्तर बढ़कर 112.010 मीटर तक पहुंच गया है। खतरे के निशान की ओर बढ़ रही गंगा के जलस्तर को देखकर तटवर्ती इलाके के लोगों में खलबली मच गई है। कई घरों के लोग पलायन की तैयारी में हैं। एसडीएम ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

By amit mishra Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 17 Jul 2024 03:13 PM (IST)
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शुक्लागंज के मोहम्मद नगर मुहल्ला में बाढ़ के पानी से घिरे मकान। जागरण

जागरण संवाददाता, उन्नाव। गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में गंगा नदी 10 सेंटीमीटर बढ़कर 112.010 मीटर पर पहंच गई है। खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही गंगा के जलस्तर को देखकर तटवर्ती इलाकों में बसे लोगों में खलबली मच गई है। तमाम लोग घरों से पलायन की तैयारी में हैं।

फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में एसडीएम बांगरमऊ और गंगाघाट में एसडीएम सदर ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए लोगों को राहत सामग्री के रूप में राशन का वितरण किया। वहीं बस्ती के अंदर पानी पहुंचने से कई परिवारों की चिंता बढ़ गई है। तमाम लोगों ने घरों की छतों पर अपनी गृहस्थी रख ली है।

शुक्लागंज में मंगलवार को सुबह आठ बजे गंगा नदी चेतावनी बिंदु 112 मीटर पर पहुंचने के साथ ही खतरे के निशान 113 मीटर की तरफ बढ़ने लगी। पूर्वांह्न 11 बजे जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार करते हुए 112.010 मीटर पहुंच गया, जो शाम पांच बजे तक स्थिर रहा। इससे पहले सोमवार शाम पांच बजे जलस्तर 111.910 मीटर दर्ज किया गया था। जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती मुहल्लों में रहने वाले लोगों की नींद उड़ गई है।

एसडीएम सदर ने लिया स्थिति का जायजा

एसडीएम सदर हिमांशु गुप्ता, तहसीलदार अविनाश चौधरी, नायब तहसीलदार पूर्णिया तिवारी के साथ बाढ़ चौकी पहुंचे और कर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद पश्चिमी गंगाघाट के मोहम्मद नगर और गोताखोर मुहल्ले में पानी से घिरे मकानों को देखते हुए 20 परिवारों को राशन सामग्री की किट वितरित की। यहां करीब 50 घर बाढ़ के पानी से घिरे हैं। जो नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। राहत के लिए प्रशासन ने लगभग 10 नाव लगाई हैं। गोताखोर व चंपापुरवा कटरी में कई दिनों से कटान जारी है।

वहीं, दूसरी ओर गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा किनारे बसे चंपापुरवा, मनोहरनगर, सीताराम कालोनी, बालूघाट, शक्तिनगर, इंदिरानगर, बहादुर बगिया, रविदासनगर आदि मुहल्लों के लोगों में खलबली मची है।

पीएचसी स्टाफ ने बांटी दवाइयां

- शुक्लागंज क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित मुहल्ले गोताखोर में न्यू पीएचसी से मेडिकल टीम ने वहां पहुंची और बीमार लोगों में दवाइयां बांटी। डा. रश्मि वर्मा व मेडिकल स्टाफ के सिद्धार्थ बाजपेई ने बताया कि बुखार, खुजली आदि की दवाइयां बांटी गई हैं। क्लोरीन की गोलियां भी दी गई हैं।

कई मार्गों पर भरा बाढ़ का पानी

फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में गंगा का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के लोकइया पुरवा से धन्ना पुरवा मार्ग पर बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जिससे आसपास के ग्रामीणों में खलबली मच गई। वहीं दूसरी ओर चिरंजीव पुरवा से कुशेहर बंगला मार्ग पर बाढ़ का पानी पहुंचने से लेखपाल दीपक गौड़ ने लोगों को मार्ग से न निकलने की अपील की है। उमरिया से जाने वाले नया पुरवा गांव के मार्ग भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी ग्रामीणों में दवाओं का वितरण करने पहुंची।

एसडीएम बांगरमऊ नम्रता सिंह, तहसीलदार रामाश्रय ने बांगरमऊ ब्लाक के कटरी गदनपुर आहार के मजरा धन्नापुरवा, नयापुरवा गांव का भी निरीक्षण किया। बांगरमऊ सीएचसी प्रभारी मुकेश सिंह भी मौजूद रहें। एसडीओ सफीपुर एजाज अहमद ने कहाकि बाढ़ का पानी गांव में पहुंचने पर बिजली काटी जाएगी।

कटान से मार्ग कटे, लगाई गई नाव

बीघापुर तहसील क्षेत्र में बढ़ रहे गंगा के जलस्तर से जयराज मऊ पसनिया खेड़ा मार्ग में कटान और भी तेज हो गई है। प्रशासन ने ग्रामीणों के आने-जाने के लिए एक नाव की व्यवस्था की है। वहीं अभी भी बहुत से लोग जान जोखिम में डालकर पानी मनझाकर आवागमन कर रहे हैं। कटरी के गांव पसनिया खेड़ा और सीताराम खेड़ा में जाने वाला मार्ग करीब पांच दिन पहले गंगा के जलस्तर बढ़ने की भेंट चढ़ चुका है। आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। लोग जान जोखिम पर डालकर आ जा रहे हैं।

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